मां के नाम पर पंजीकृत स्कूटर की वजह से पकड़े गए लुटेरे

जबलपुर। दवा दुकान संचालिका को धक्का देकर रुपये और मोबाइल फोन से भरा पर्स लूटने के आरेापितों को गुरुवार देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। संचालिका ने आरोपितों की स्कूटर का नंबर देख लिया था, जिसके आधार पर पुलिस आरोपितों तक पहुंची। आरोपितों से वारदात में प्रयुक्त स्कूटर, मोबाइल और एक हजार रुपये नकद जब्त किए गए।

स्कूटर में पीछे बैठे बदमाश ने धक्का मारा

कैंट पुलिस के अनुसार नागरथ चौक अर्पित अपार्टमेन्ट निवासी दीप्ति सराफ माडल रोड स्थित दवा बाजार में दवा दुकान का संचालन करती हैं। सोमवार रात लगभग साढ़े आठ बजे वे बेटे प्रद्युम्न सराफ के साथ सदर गई थीं। वे वहां से वापस घर लौट रही थीं। गाड़ी प्रद्युम्न चला रहा था। वे आफिसर्स मेस के पास पहुंचे ही थे कि स्कूटर एमपी 20 एसएस 0189 सवार दो बदमाश उनकी मोपेड के पास पहुंचे। स्कूटर में पीछे बैठे बदमाश ने दीप्ति को धक्का मारा। दीप्ती ने खुद को संभाला, इस दौरान आरोपित ने उनके बैग पर झपट्टा मारा और उसे लूट लिया। वारदात के बाद आरोपित तेजी से भागे।

मां ने बताया- गए थे सदर

पुलिस ने पंजीयन क्रमांक की जांच की, तो पता चला कि वह राधाकृष्णन वार्ड हनुमानताल निवासी सरोज चौधरी के नाम पर पंजीकृत है। पुलिस सरोज के घर पहुंची, जहां सरोज ने बताया कि उक्त स्कूटर का उपयोग उसका बेटा अविनाश चौधरी करता है। पुलिस ने अविनाश को पकड़ा, तो उसने साथी रविदास नगर राधाकृष्णन वार्ड निवासी अरूण चौधरी के साथ लूट की वारदात को अंजाम देने की बात कबूली।

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