बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में एक ही परिवार के चार लोगों ने जहरीला कीटनाशक दवा खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है। घटना के बाद सभी को भाटापारा अस्पताल में भर्ती किया गया है। स्थानीय थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई है और मामले की जांच कर रही है।
दरअसल, यह घटना बेमेतरा जिला के नांदघाट थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार चिचोली गांव की 28 वर्षीय फुलेश्वरी यादव का विवाह भाटापारा के नंदलाल के बेटे के साथ हुआ था। गर्भवती होने के बाद फुलेश्वरी प्रसव के लिए घर चिचोली गांव आई हुई थी।
लेकिन फुलेश्वरी का गर्भपात हो गया। इसी बीच फुलेश्वरी के ससुर नंदलाल का फोन आया। नंदलाल ने फुलेश्वरी के मामा वीरेंद्र से प्रसव की तारीख पूछा। मामा वीरेंद्र ने नंदलाल को बताया कि फुलेश्वरी को गर्भपात हो गया है।
इस पर नंदलाल नाराज हो गया है और जबरन गर्भपात का आरोप लगाते हुए फुलेश्वरी के घर वालों के खिलाफ थाने में शिकायत करने की धमकी दी।
नंदलाल की धमकी से फुलेश्वरी के मायके वाले डर गए और फुलेश्वरी, उसकी मां कुंती यादव, मामा वीरेंद्र यादव, भाई दिलीप यादव ने जहरीला कीटनाशक दवा खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की।
घटना के बाद दो महिला और दो पुरुषों की हालत बिगड़ने लगी। पड़ोसियों ने इस घटना के बारे में सरपंच को जानकारी दी। सरपंच ने नांदघाट थाना में जानकारी दी। आनन फानन में पड़ोसियों ने चारों को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद सभी को बलौदाबाजार जिला रेफर कर दिया गया है।
नांदघाट थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई है और मामले की जांच कर रही है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.