राष्ट्र चंडिका सिवनी. बाजार में अगर आप डेयरी का दूध खरीद रहें है तो ये खबर आपके लिए ही है। दूध में मिलावट का दौर बदस्तूर जारी है, मिलावटी दूध की बिक्री पर लगाम कसने के खाद्य विभाग एवं जिला प्रशासन को शिकायती नंबर जारी करने की आवश्यकता है। देखा जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों से आए दूध विक्रेताओं से शुद्धता का पैमाना नाप पर दूध तो खरीदा जा रहा है किंतु नगर की डेयरी संचालकों के द्वारा अपनी डेयरी में पाउडर एवं प्रोटीन मिलाकर उक्त उद्योग जनता को बेचा जा रहा है। यहां पर गौर करने वाली बात यह होगी कि बहुत से लोग अपने बच्चों के लिए दूध लेकर जाते हैं जो कि इस मिलावटी दूध से बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। ग्रामीण गौपालकों से दूध खरीदने के दौरान ये डेरी मालिके दूध में फैट, एसएनएफ और प्रोटीन जांच करते है, और हमे जानकारी मिली कि उन्हें 25 रुपये प्रति लीटर का भुगतान किया जाता है, तत्पश्चात यही दूध 40 रुपये लीटर में मिलावट के बाद इनके द्वारा बेंचा जा रहा है।
बड़े स्तर पर चल रहा है मिलावट का खेल – सिवनी नगर सहित जिले में संचालित अन्य 9 -10 डेयरियों के द्वारा जिले में पशुपालकों से करीब हजारो लीटर दूध कलेक्शन कर कई दूसरे स्थानों पर सप्लाई किया जा रहा है। पशुपालकों से शुद्ध दूध की खरीद की जाती है और बाद में मात्रा बढ़ाने के लिए पाउडर और पानी मिला दिया जाता है। अब इस गोरखधंधे पर लगाम लगाने की आवश्यकता है जहां जिला प्रशासन को एक टोल फ्री नंबर जारी करना चाहिए जिस से लोग ऐसी मिलावट के खिलाफ कार्यवाही करवा सके, आशा है कुंभकर्णी नींद से खाद्य विभाग जागेगा और इस बात की सुध लेगा।