ग्वालियर। शहर की वीआइपी सड़कों में शामिल गांधी रोड को 10 करोड़ रुपये की लागत से थीम रोड के तौर पर विकसित किया जाएगा। नगर निगम के इंजीनियरों ने इसके लिए जयपुर और दिल्ली की कुछ सड़कों को देखने के बाद डिजाइन बनाना शुरू कर दिया है। शुरूआती डिजाइन के अनुसार इस रोड पर साइकिल ट्रैक, वाकिंग ट्रैक, फुटपाथ के अलावा लैंडस्केपिंग बनाई जाएगी। इनके अलावा सड़क किनारे म्यूरल भी तैयार किए जाएंगे। इस रोड को तैयार करने के लिए स्मार्ट सिटी कारपोरेशन ने नगर निगम के लिए बजट जारी कर दिया है। यह शहर की सबसे महत्वपूर्ण रोड इसलिए भी है, क्योंकि इसके दोनों तरफ न्यायाधीश से लेकर राजनेताओं, आइएएस और आइपीएस अधिकारियों के सरकारी बंगले बने हुए हैं।
शहर के पाश इलाके सिटी सेंटर को बाकी शहर से जोड़ने वाली गांधी रोड के किनारों पर पूर्व में नगर निगम ने हरियाली की व्यवस्था के लिए क्यारियां भी बनाई थीं। इसके बाद साइकिल ट्रैक, फिर फुटपाथ और फिर मुख्य रोड है। इसी रोड पर कुछ जगहों पर छोटी-छोटी ग्रीन बेल्ट भी विकसित की गई थीं। इन्हें लोहे की जालियों से कवर किया गया था। कई स्थानों पर अब साइकिल ट्रैक खराब हो चुका है। फुटपाथ भी टूट चुका है। पूर्व में स्मार्ट सिटी कारपोरेशन ने इस सड़क को तैयार करने की प्लानिंग की थी, लेकिन बाद में नगर निगम के माध्यम से ही सड़क का सुंदरीकरण कराने पर सहमति बन गई है। निगम को इसके लिए राशि भी मिल चुकी है। अब डिजाइन तैयार होने के बाद इस सड़क के सुंदरीकरण के टेंडर कर दिए जाएंगे। निगम का प्रयास है कि इसे शहर की आदर्श रोड के तौर पर तैयार कराया जाए।
सड़क की भी होगी मरम्मत
सुंदरीकरण कार्य के अलावा यहां मुख्य मार्ग की मरम्मत भी की जाएगी। इसमें साइकिल ट्रैक को सुधारने के साथ ही सड़क का डामरीकरण कार्य भी शामिल किया जाएगा। हालांकि 10 करोड़ के बजट में यह काम होना संभव नहीं है, इसके चलते आवश्यकता पड़ने पर नगर निगम द्वारा अपने मद से भी राशि खर्च की जाएगी। इसके अलावा जनप्रतिनिधियों की मौलिक निधि से भी इस रोड को संवारने के लिए राशि की मांग की जा सकती है।
विशेष होगा पत्थर का काम
ग्वालियर की विशेषता यहां का हेरिटेज है। यहां की ऐतिहासिक इमारतें भी ग्वालियर स्टोन से बनी हैं। ऐसे में यहां हेरिटेज का लुक लाने के लिए पत्थर का काम कराया जाएगा। इसके लिए आठ इंच मोटी पत्थर की जालियों से थ्रीडी डिजाइन तैयार कराए जाएंगे। ये जालियां कुछ इस प्रकार लगाई जाएंगी कि देखने पर इनमें आकृतियां नजर आएं। इन पत्थरों की मोटाई को ज्यादा रखा जाएगा, ताकि ये आसानी से टूट न सकें और असामाजिक तत्व भी इनको नुकसान न पहुंचा सकें। ये काम पीडब्ल्यूडी ओल्ड रेस्ट हाउस से लेकर बालाजी गार्डन के बीच कराया जाएगा।
स्मार्ट सिटी के कुछ कार्यों को अब नगर निगम करेगा। इसमें गांधी रोड को संवारने और सुंदर बनाने का काम भी शामिल है। इसके लिए फिलहाल 10 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है। इसमें साइकिल ट्रैक, फुटपाथ और लैंडस्केपिंग आदि कार्य कराए जाएंगे। इसकी डिजाइन पर काम अभी चल रहा है।
हर्ष सिंह, आयुक्त नगर निगम
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