बालाघाट। जिले में पिछले चार दिनों से हो रही कभी रिमझिम तो कभी तेज वर्षा के चलते कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। गत रात हुई लगातार वर्षा से बालाघाट (चांगोटोला)-नैनपुर मुख्य सड़क मार्ग ग्राम घांघरिया के पास मानकुंवर नदी पर बना डाइवर्सन पुल बह गया। इससे फिलहाल मार्ग पूणत: बंद हो गया है।
यह वही डायवर्सन पुल है जो गत 2 मई को हुई तेज वर्षा के चलते बह गया था
यह वही डायवर्सन पुल है जो गत 2 मई को हुई तेज वर्षा के चलते बह गया था। इसके बाद कलेक्टर डा. गिरीश कुमार मिश्रा ने आवागमन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए निर्देशित किया था, लेकिन इन दिनों हो रही अनवरत वर्षा से वैकल्पिक व्यवस्था भी पानी में बह गई। बुधवार सुबह से नदी के दोनों छोर पर वाहनों की लंबी कतार लगी है, जिससे बालाघाट-नैनपुर, मंडला, सिवनी, केवलारी, जबलपुर सहित अन्य मार्ग पर चलने वाले वाहनों के पहिए थमे हुए हैं।
पिछले साल 15 व 16 अगस्त की रात मुख्य पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था
जानकारी के अनुसार, पिछले साल 15 व 16 अगस्त की रात हुई अत्यधिक वर्षा के कारण मानकुंवर नदी पर बनाया गया मुख्य पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसकी मरम्मत के लिए करीब चार करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे। अावागमन सुचारू रूप से बना रहे इसलिए पास ही मार्च 2023 में करीब पांच लाख की लागत से परिवर्तित यानी डायवर्सन पुल बनाया गया था, जो 2 मई को तेज वर्षा के चलते बह गया। लाखों रुपये खर्च करने और कलेक्टर के निर्देश के बाद भी वर्षा की मार न झेलने वाले परिवर्तित पुल की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। साथ ही इस मार्ग पर आवागम अवरुद्ध होने से राहगीरों की आफत बढ़ गई है।
सात किमी दूर है नदी का उद्गगम स्थल
ग्राम बरखो से चनेवाड़ा और कुकड़ा तक अधिकांश पहाड़ी क्षेत्र है। वहीं से मानकुुंवर नदी का उद्गगम स्थल है, जो पुल से महज सात किलोमीटर दूर है। पहाड़ी क्षेत्र होने से वर्षा के दौरान वर्षा का पानी मानकुंवर नदी में आता है, लेकिन क्षेत्र में पिछले दो-तीन से हो रही वर्षा के कारण नदी में बाढ़ आ गई और दो माह पहले बना डायवर्सन पुल तेज बहाव में बह गया। लोगों को आना-जाना करने के लिए मजबूरीवश इसी क्षतिग्रस्त पुल का सहारा लेना पड़ेगा। जलस्तर कम होने के बाद करीब एक-डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर नदी पार करना पड़ेगा।
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