जबलपुर। भाजयुमो नेता की गोली का शिकार हुई एमबीए छात्रा वेदिका सिंह जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के रानी दुर्गावती के पूर्व मंडल अध्यक्ष प्रिशांय विश्वकर्मा की फायरिंग में घायल हुई हुई नागरथ चौक निवासी एमबीए छात्रा वेदिका सिंह की हालत लगातार बिगड़ रही है। शनिवार को उसके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया है। उसे वेंटीलेटर में रखा गया है।
रीड़ की हड्डी में फंसी है गोली
पीड़िता के चाचा अशोक ठाकुर ने बेटी के अंगों में हलचल कम हो गई है। चिकित्सकों ने कहा कि अंग धीरे-धीरे काम करना बंद कर रहे हैं। ज्ञात हो कि वारदात के एक सप्ताह से ज्यादा बीत जाने के बाद भी वेदिका की रीड की हड्डी में फंसी गोली नहीं निकाली जा सकी। चिकित्सक का कहना है कि वेदिका के पेट की एक सर्जरी की गई है, वही फेफड़े से भी गंदा खून निकाला जा चुका है, लेकिन गोली रीड की हड्डी में ही फंसी है, जिसका आपरेशन जटिल है। जब तक वेदिका खतरे से बाहर नहीं आ जाती और रीड की हड्डी के आपरेशन के लिए फिट नहीं हो जाती, तब तक यह सर्जरी मुश्किल है।
यह हुई थी घटना
नागरथ चौक निवासी एमबीए स्टूडेंट वेदिका शुक्रवार 16 जून की दोपहर एक बजे अपना मोबाइल फोन बेचने भाजयुमो के रानी दुर्गावती मंडल के पूर्व महामंत्री और बिल्डर प्रियांश विश्वकर्मा के लीला ग्रुप आफ बिल्डर्स एंड डेव्लपर्स के आफिस गई थी। वह सोफे पर बैठी थी। तभी प्रियांश ने टेबल पर रखी पिस्टल उठाई। जिसके बाद प्रियांश ने पिस्टल लोड की और फायर कर दिया। गोली सीधे वेदिका को जा लगी। गोली लगने के कारण वह बेहोश हो गई। प्रियांश पहले उसे स्मार्ट सिटी अस्पताल ले गया, हालात नहीं सुधरी तो वेदिका को दमोहनाका स्थित निजी अस्पताल ले गया और छोड़कर फरार हो गया।
आरोपित नेता है जेल में
घटना के बाद अस्पताल में घायल युवती को छोड़ फरार हुआ भाजयुमो नेता प्रियांश विश्वकर्मा ने बाद में आत्मसर्मण कर दिया जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं इस घटना के बाद भाजपा ने भी प्रियांश विश्वकर्मा से पल्ला झाड़ लिया था।
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