इंदौर। युवाओं व अन्य लोगों को आइडिया तो बहुत आते हैं, लेकिन बहुत कम लोग ही उसे मूर्त रूप दे पाते हैं। दुनिया में आइडिया की कमी नहीं है। लाखों लोग अपने आइडिया लेकर बैंक व निवेशकों के पास जाते है। एंजल निवेशक यह देखते है कि कौन आइडिया को कार्यरूप में परिणीत कर सकता है और कौन उसे बड़े प्लेटफार्म पर ले जा सकता है और उसका विजन क्या है।
ये बातें सीनियर एंटरप्रेन्योर व एंजल इंवेस्टर्स शशिकांत चौधरी ने रविवार को होटल शेरेटन में जूनियर चैंबर इंटरनेशनल (जेसीआइ) की सीनियर विंग के सीनियर मेंबर एसोसिएशन (एसएमए) बिजनेस कान्क्लेव के अंतिम दिन रविवार को कार्यक्रम में कही। उन्होंने बताया कि वर्तमान में एक आइडिया बाजार में आता है और वो सालों से बने बिजनेस के स्वरूप को बदल देता है। इसका ताजा उदाहरण है चैट जीपीटी, जिसके दो महीनों में 100 मिलियन से अधिक ग्राहक बन गए। इतनी संख्या में ग्राहक बनाने में बड़ी कंपनियों को सालों का समय लग जाता है। कोई भी व्यवसाय तकनी के साथ आगे बढ़ सकता है। हर तकनीक के साथ आपको बदलना पड़ता है। आज फाच्यून 500 कंपनियों में टाप 10 कंपनियां किसी तरह का निर्माण नहीं कर रही, न ही कोई दुकान खोलकर बैठी हैं, लेकिन वे आनलाइन प्लेटफार्म पर बिजनेस को मैनेज कर रही हैं।
युवाओं को आगे बढ़ने का मंच करवा रहे उपलब्ध
समापन समारोह में जेसीआइ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस रविशंकर ने कहा कि जेसीआइ युवाओं का संगठन है। पहले हम लोगों को मेंबर बनाने जाते थे, लेकिन आज युवा खुद ही यहां सदस्य बनने के लिए आते हैं। उन्हें पता है कि उनकी जिंदगी में ट्रेनिंग का क्या महत्व है। हमारा संगठन युवाओं को पूरे विश्व में आगे बढ़ने के अवसर व मंच उपलब्ध करवा रहा है।
अगले छह माह बिजनेस को नई दिशा देने में करेंगे सहयोग
कार्यक्रम में जेसीआइ एसएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने 25 राज्यों से आए 130 प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आपने इस कान्क्लेव में आकर अपने बिजनेस को नई ऊंचाई देने का प्रयास किया है। अगले छह माह में हम आपके बिजनेस को नई दिशा व मुकाम देने में सहयोग करेंगे और साथ मिलकर काम करेंगे। बिजनेस कान्क्लेव के अध्यक्ष साकेत गुप्ता और कान्क्लेव के जोन कोआर्डिनेटर डा. अवनीश जैन, कान्क्लेव के इंदौर आए प्रतिभगियों का आभार माना।
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