शनि देव वक्री हो गए हैं। वह इस समय कुंभ राशि में हैं। कर्मफलदाता इस राशि में 140 दिनों तक रहेंगे। शनि की वक्री चाल सभी राशियों के शुभ या अशुभ फल देगी। जब कोई ग्रह गोचर करता है तो वह विशेष योग और युति बनाता है। कुंभ राशि में शनैश्चर के विराजमान होने से केंद्र त्रिकोण राजयोग बनने जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र में इस योग को बहुत शुभ माना गया है। खासकर वृषभ, मिथुन और सिंह राशि के जातकों को धन और यश देगा।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों को शनि की व्रकी चाल सकारात्मक रहेगी। इस अवधि में धन लाभ होगा। अटके काम में गति आएगी। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता मिलेगी।
मिथुन राशि
वक्री शनि मिथुन राशि के जातकों के जीवन में नई ऊर्जा लेकर आएगी। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। दोस्तों के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा। भाग्य का सहयोग सफलता की ओर ले जाएगा। विद्यार्थियों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ेगी।
सिंह राशि
विदेश यात्रा के योग बनेंगे। शनि का वक्री होना सिंह राशि के जातकों को बिजनेस में बहुत लाभ देगा। इस अवधि में पराक्रम बढ़ा हुआ रहेगा। प्रॉपर्टी संबंधी समस्या सुलझ जाएगी।
डिसक्लेमर
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