गायक कैलाश खेर के महाकाल स्तुति गान का भुगतान जांच में अटका भोपाल लोकायुक्त कर रही पड़ताल

 उज्जैन। प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर द्वारा बनाए गए महाकाल स्तुति गान ” जय जय श्री महाकाल ” का भुगतान जांच में अटका है। लोकायुक्त भोपाल मामले की पड़ताल कर रही है। लोकायुक्त ने महाकालेश्वर मंदिर समिति से बीते एक वर्ष की आय, व्यय का ब्यौरा मांगा है। जांच पूरी होने तथा लोकायुक्त की हरी झंडी मिलने के बाद ही भुगतान मामले में आगे कार्रवाई होगी। सूत्रों के अनुसार लोकायुक्त ने मंदिर समिति कई और जानकारियां भी तलब की हैं।

श्री महाकाल महालोक का 11 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों लोकार्पण हुआ था। मध्यप्रदेश शासन व महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने श्री महाकाल महालोक के प्रचार प्रसार के लिए प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर से महाकाल स्तुति गान तैयार कराया था।

खेर ने अपने बैंड कैलाशा के माध्यम से स्तुति गान बनाया तथा महालोक के लोकार्पण अवसर पर इसकी प्रस्तुति भी दी गई। बताया जाता है राज्य शासन इस राशि का भुगतान महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के माध्यम से करा रहा है। कैलाश खेर को उक्त राशि का भुगतान करने के लिए प्रबंध समिति ने बैठक में स्वीकृति भी प्रदान कर दी है। इस बीच लोकायुक्त भोपाल को मामले की शिकायत की गई और जांच शुरू हुई।

अब तक किन मदों में हुआ भुगतान, मांगी जानकारी

गायक कैलाश खेर को करीब 50 लाख रुपये की राशि का भुगतान करने की स्वीकृति मिलने के बाद जांच में यह देखने का प्रयास किया जा रहा है, कि मंदिर समिति अब तक किन मदों में इस प्रकार का भुगतान कर चुकी है। इसके लिए लोकायुक्त ने मंदिर समिति से बीते एक वर्ष की आय, व्यय का ब्यौरा मांगा है। इसमें समिति को दर्शन टिकट की बिक्री से कितनी आय हुई, भेंट पेटियों में कितना दान आया, नकद दान राशि का विवरण, सोने, चांदी के रूप में प्राप्त दान आदि की जानकारी तलब की है।

लोकायुक्त को प्रस्तुत किए दस्तावेज

गायक कैलाश खेर को महाकाल स्तुति गान की राशि का भुगतान नहीं किया है। मामला लोकायुक्त भोपाल की जांच में है। लोकायुक्त ने मंदिर समिति से बीते एक वर्ष की आय व व्यय की जानकारी मांगी है। दस्तावेज प्रस्तुत कर दिए गए हैं। जांच पूरी हाेने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

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