कटनी। हरिहर तीर्थ में संत वाणी से नई दिशा मिलेगी। संतों का मार्गदर्शन मिलेगा। श्रीहरिहर में सभी तीर्थ के दर्शन होंगे। मेरा बस यही निवेदन है कि जनता की स्थिति सुधारने में सरकार लगी है। हम संकल्प लें कि इस तीर्थ में अपना भी सहयोग देंगे। दोनों हाथ उठाकर सहयोग का संकल्प लें। यह बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विजयराघवगढ़ की पावन धरा रामराजा पहाड़ पर श्रीहरिहर तीर्थ निर्माण के भूमिपूजन के दौरान कहीं।
राम भजन सुन भाई गाया
रामराजा पहाड़ पर पूजन के बाद मुख्यमंत्री ने मंच से राम भजन सुन भाई गाया, जिसमें जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य, स्वामी अवधेशानंद गिरि महराज, बागेश्वर सरकार धीरेंद्र शास्त्री आदि संतों समेत प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व सांसद वीडी शर्मा ने भी साथ दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब बच्चा कुछ मांग करे तो दिक्कत न हो, इसलिए लाड़ली बहना योजना के तहत एक हजार देना शुरू किया है, मौका मिला तो धीरे-धीरे 3 हजार तक ले जाएंगे।
इस तरह का कार्य भारत भूमि पर ही संभव…
अवधेशानंद महाराज ने कहा कि इस तरह का कार्य भारत भूमि पर ही संभव है। महानदी और कटनी नदी के संगम में है। भगवान परसुराम की विशाल प्रतिमा सहित देव स्थान बन रहा है। जर्मनी में तीन साल में संस्कृत स्कूल बने है। जर्मनी में संस्कृत अनिवार्य कर दी गई है। कैम्ब्रिज, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में भी शोध किये की कौन सी संस्कृति है, जो तेजी से फेल रही है। वह संत सनातन वैदिक संस्कृति भारत भूमि की। नासा में भी 14 विज्ञानी भारत के हैं। बिना संस्कृत के अब नए प्रयोग नहीं होंगे।
सरकार कराएगी संस्कृत विद्यालय की स्थापना
मुख्यमंत्री बोले- ईश्वर व गुरु कृपा से होता है ऐसा। परलोक सुधारने का संकल्प लें। सभी तीर्थ के दर्शन होंगे। इसको देखकर ही तीर्थ यात्रा शुरू की, लेकिन विधायक ने यहीं तीर्थ स्थापित करा दिया। इसके लिए सब मिलकर सहयोग करेंगे। शुभ संकल्प पूरा करने। सरकार की तरफ से संस्कृत विद्यालय की स्थापना कराएंगे। लाड़ली बहनों धर्म पूजा जरूरी है, लेकिन पेट पूजा पहले जरूरी है। इसलिए हमने लाड़ली बहना योजना शुरू की। छोटी जरूरत पूरी हो जाएं। मुख्यमंत्री और संत अवधेशानंद महाराज हेलीकॉप्टर से रवाना हो गए।
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