आषाढ़ गुप्त नवरात्रि सिद्धियां पाने के लिए मानी जाती है खास करें ये उपाय हर इच्छा होगी पूरी

सालभर में मनाई जाने वाली 4 नवरात्रि में से आषाढ़ माह में पड़ने वाली नवरात्रि गुप्त नवरात्रि होती है। गुप्त नवरात्रि में भी नौं दिन देवी की आराधना की जाती है, लेकिन इसे मुख्य रुप से तंत्र साधना के लिए विशेष माना जाता है। कहा जाता है कि गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की पूजा कर विशेष सिद्धियां जल्द प्राप्त की जा सकती है।

इसलिए माना जाता है कि गुप्त नवरात्रि में किये गए विशेष उपाय काफी कारगर साबित होते हैं। इस दौरान किये गए उपायों का असर जल्द ही दिखाई देने लगता है। तो ऐसे में आइए जानते हैं गुप्त नवरात्रि के दौरान किये जाने वाले कुछ ऐसे उपायों के बारे में जो कि आपकी सभी समस्याएं दूर कर सकते हैं।

गुप्त नवरात्रि में करें विशेष कार्यों के लिए ये विशेष उपाय

1. मनोवांछित फल पाने के लिए

अगर आपको लंबे समय से किसी मनोकामना पूरी होने का इंतजार है तो आप गुप्त नवरात्रि के नौ दिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। लगातार नौ दिनों तक सप्तशती का पाठ करने के बाद आखिरी में कन्या भोजन कराएं। ऐसा करने से आपकी सभी मनोकामना पूरी होगी।

2. शीघ्र विवाह के लिए करें ये उपाय

सभी प्रकार के उपायों को करके हार चुके हैं और फिर भी विवाह नहीं हो रहा या फिर विवाह में कोई अड़चन आ रही है तो गुप्त नवरात्रि में हर रात को मां दुर्गा को लाल रंग के फूलों की माला चढ़ाएं। ऐसा करने के साथ आप एक घी का दीपक भी जलाएं। इससे जल्द ही आपको लाभ प्राप्त होगा।

3. कष्टों से छुटकारा पाने के लिए

हर प्रकार के कष्टों से छुटकारा पाने के लिए गुप्त नवरात्रि के दौरान 10 महाविद्याओं की पूजा करें और विधि-विधान से करें शुभ फलदायी साबित होगा।

4. नौकरी-बिजनेस में बढ़ोत्तरी के लिए

नौकरी-व्यापार में तरक्की के लिए गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा को लाल रंग का फूल अवश्य चढ़ाएं और हवन करते समय चावल की खीर में शहद मिलाकर उसकी आहुति दें। इससे आपको घर का सकारात्मक वातावरण महसूस होगा साथ ही बिजनेस और नौकरी में तरक्की भी मिलेगी।

कब से शुरु हो रही आषाढ़ गुप्त नवरात्रि?

पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 18 जून 2023 को सुबह 10 बजकर 06 बजे से शुरु होगी और अगले दिन 19 मई 2023 को सुबह 11 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगी। चूंकि उदया तिथि मान्य होती है इसलिए गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 19 मई से होगी।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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