न्याय के देवता और कर्मफलदाता शनि देव जातकों को कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव नवग्रहों में सबसे धीमी चाल से चलने वाले ग्रह हैं। इसी कारण वह हर एक राशि में साढ़े सात साल तक रहते हैं। यही वजह है कि अधिकतर राशियों पर शनि की साढ़े साती और ढैय्या की चलती हैं। इस समय काल के दौरान जातक कई प्रकार के कष्ट पाता है। यदि आप भी साढ़ेसाती और ढैया से परेशान हैं, तो आइए जानते हैं इससे राहत पाने के उपाय।
1.प्रत्येक शनिवार को काले तिल, आटा, शक्कर लेकर इन तीनों चीजों को मिला लें। उसके बाद ये मिश्रण चींटियों को खाने के लिए डाल दें।
2.शनि से संबंधित बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए काले घोड़े की नाल या नाव की कील से अंगूठी बनाकर अपनी मध्यमा उंगली में शनिवार के दिन सूर्यास्त के समय धारण करें।
3.शनि दोष से मुक्ति हेतु शनिदेव के इन दस नामों का जाप करें। इसके साथ ही व्यक्ति को कार्यों में सफलता भी मिलती है। शनिदेव के नामों का कम से कम 108 बार जप करें। नाम इस प्रकार हैं-कोणस्थ, पिंगल, बभ्रु, कृष्ण, रौद्रान्तक, यम, सौरि, शनैश्चर, मंद, पिप्पलाश्रय
4.दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। इसलिए सामर्थ्य के अनुसार काले तिल, काला कपड़ा, कंबल, लोहे के बर्तन, उदड़ की दाल का दान करें। जिससे शनिदेव प्रसन्न होकर शुभ फल प्रदान करते हैं।
5.बंदरों को गुड़ व चना खिलाने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं। प्रत्येक शनिवार हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमान जी का पूजन करने से व्यक्ति को शनि दोषों का सामना नहीं करना पड़ता।
6.शनिदेव की पूजा कर उन्हें नीले पुष्प अर्पित करें। इसके साथ ही शनि मंत्र ॐ शं शनैश्चराय नमः का रुद्राक्ष की माला में जप करें। मंत्र की जप संख्या 108 होनी चाहिए। ऐसा हर शनिवार करने से साढ़ेसाती से मुक्ति मिलती है।
7.सुबह शीघ्र उठकर स्नादि कार्यों से निवृत होकर एक कटोरी में तेल लेकर उसमें अपना चेहरा देखें। उसके बाद उस तेल को किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर दें। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं और भाग्य संबंधी बाधाएं भी दूर होती हैं।
8.सुबह स्नान करने के बाद पीपल को जल अर्पित करें। इसके साथ ही सात परिक्रमा करें। सूर्यास्त के बाद सुनसान स्थान पर लगे पीपल के पास दीपक प्रज्वलित करें। यदि ऐसा न हो तो किसी मंदिर में लगे पीपल के पास भी दीपक प्रज्वलित किया जा सकता है।
9.तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें काले तिल डालें। उसके बाद ये जल शिवलिंग पर अर्पित करें। ऐसा करने से व्यक्ति को सभी रोगों से मुक्ति मिलेगी और भोलेनाथ की कृपा से आर्थिक तंगी दूर होगी।
10. शनिवार को तेल में बने हुए पदार्थ किसी भिखारी को खिलाने से शनिदेव बेहद प्रसन्न होते है।
11.शनिवार को घर में गूगल की धूप जलाई जाएँ तो यह उपाय भी काफी प्रभावशाली माना जाता है।
12.शनिवार की रात को रक्त चंदन से अनार की कलम से ॐ व्ही को भोजपत्र पर लिख कर नित्य यानि रोज सुबह पूजा करने से असीम विद्या और बुद्धि की प्राप्ति होती है।
डिसक्लेमर
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