रायपुर। कांग्रेस ने आगामी छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (CG Election 2023) के लिए लक्ष्य तय कर दिया है। संभागीय सम्मेलन के बहाने कार्यकर्ताओं को एक्टिव करने में जुटी कांग्रेस ने 75 विधानसभा सीट पर जीत का नया लक्ष्य तय किया है। इसके लिए कमजोर परफार्मेंस वाले विधायकों के टिकट काटने पर भी सहमति बन गई है। टिकट वितरण से पहले प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा (Kumari Selja) ने विधायकों और मंत्रियों के परफार्मेंस को परखना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने बस्तर, बिलासपुर और दुर्ग में संभागीय सम्मेलन पूरा कर लिया है।
बस्तर, दुर्ग और सरगुजा संभाग में कांग्रेस की स्थिति पिछले चुनाव में बेहतर थी। भाजपा के 15 विधायकों ने 13 विधायक रायपुर और बिलासपुर संभाग से चुनकर आए थे। बिलासपुर संभाग में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और बसपा के गठजोड़ ने कांग्रेस के समीकरण को कमजोर किया था। अजीत जोगी की मौत के बाद इस चुनाव में जकांछ की स्थिति बेहतर नहीं मानी जा रही है। यही कारण है कि कांग्रेस भी जकांछ को लेकर आक्रामक हो गई है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को मीडिया से चर्चा में कहा कि जब अजीत जोगी कांग्रेस के भीतर थे, तब हम सत्ता से बाहर थे। जैसे ही जोगी कांग्रेस से बाहर हुए, हम सत्ता में आ गए। पिछले चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को 68 सीट मिली, जबकि भारतीय जनता पार्टी में तीन बार के शासन में रहे चांउर वाले बाबा ने कभी 60 का आंकडा नहीं छूआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तो 68 सीट जीते और जब उप चुनाव हुए तो उसमें 71 हो गए। अभी किसानों, आदिवासियों, महिलाओं और युवाओं का समर्थन और आशीर्वाद हमको मिल रहा है। यह आंकड़ा 71 से और आगे बढ़ेगा। वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि इस चुनाव में पार्टी ने 75 पार का लक्ष्य तय किया है।
सैलजा ने मंगाया मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड
कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड मंगाया है। इसकी पुष्टि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी की है। उन्होंने कहा कि कुमारी सैलजा प्रभारी हैं, उनका काम सबके कार्यों की समीक्षा करना है। उनकी मंत्रियों और विधायकों के साथ बैठक हुई है।मेरे साथ भी कई बैठक हुई है। वह समीक्षा नहीं करेंगी तो निर्णय कैसे लेंगी।
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