उज्जैन । देवास रोड पर चार दिन पहले हुई सनसनीखेज लूट के मामले का सोमवार को पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। जन्मदिन की पार्टी करने के दौरान चार आरोपितों ने कुछ बड़ा करने की योजना बनाई और पहले मोबाइल, फिर बाइक और कार लूट ली।
बदमाशों को पता नहीं था कि कार में साढ़े तीन लाख रुपये से भरा बैग रखा हुआ था। मुख्य आरोपित ने उसकी जानकारी अपने दोस्तों से छुपा ली और अकेले ही रुपये रख लिए। जिससे उसने अपने गिरवी जेवरात छुड़वाए और फिर नए आभूषण भी खरीदे।
एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि अजय जाट निवासी ग्राम हंसखेड़ी खेती करता है। गुरुवार को दोपहर अजय के पिता ने उसे डेढ़ लाख रुपये दिए थे। दो लाख रुपये अजय ने महानंदा नगर स्थित बैंक से निकाले थे। इसे लेकर वह कार से अकेले ही नरवर किसी व्यक्ति को देने के लिए जा रहा था।
एमआइटी फंटे पर दो बाइक पर आए चार युवकाें ने कार के आगे बाइक खड़ी कर उसे रुकवाया था। इसके बाद अजय को चाकू दिखाकर उससे रुपये छीन लिए और कार लेकर वहां से भाग गए। आरोपित मौके पर एक बाइक छोड़ गए थे।
मामले में पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर गोपाल पुत्र लालचंद शर्मा उम्र 29 वर्ष निवासी नगर कोट मंदिर के समीप बुधवारिया हालमुकाम इंदौर, आयुष पुत्र शिवसिंह रघुवंशी निवासी नागझिरी, अभिषेक पुत्र शंकरसिंह रघुवंशी निवासी वृंदावन कालोनी इंदौर, शिवा पुत्र मुन्नालाल गोस्वामी निवासी रूक्मिणी नगर इंदौर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से कार, नौ मोबाइल, 1.06 लाख रुपये नकद तीन बाइक व सोने-चांदी के आभूषण जब्त किए हैं।
नागझिरी से चोरी की थी बाइक
पुलिस को आरोपितों से पूछताछ में पता चला है कि गोपाल पूर्व में उज्जैन में रहता था। माधवनगर तथा चिमनगंज थाने में उसके खिलाफ 17 अपराध दर्ज हैं। वर्तमान में वह इंदौर में बाणगंगा में रह रहा था। गुरुवार को आयुष का जन्मदिन था। उज्जैन में वह इस्को पाइप फैक्ट्री के समीप गोपाल व अन्य के साथ शराब पी रहा था। उसी दौरान सभी ने बड़ा करने का प्लान बनाया और पहले देवास रोड पर एक युवक का मोबाइल छीना और नागझिरी की ओर चले गए। जहां उनकी बार-बार बाइक खराब होने पर अमित राठौर निवासी शिवांश वैली की बाइक चोरी करके ले गए। इसके बाद लूट की वारदात को अंजाम दिया था।
रुपयों से भरा बैग मिला तो दोस्तों से छुपाया
अजय से कार लूटने के बाद गोपाल व आयुष दोनों कार लेकर शांति पैलेस बायपास पर गए, जहां गोपाल ने कार से आयुष को उतार दिया। गोपाल को कार में रुपये से भरा बैग मिला था। जिसकी जानकारी उसने अपने दोस्तों को नहीं दी और खुद ही रुपये रख लिए। गोपाल ने अपने गिरवी रखे चांदी के जेवरात छुड़वाए और सोने की अंगूठी व कान के झुमके खरीद लिए थे। पुलिस ने उसके कब्जे से 1.06 लाख रुपये व जेवरात जब्त किए हैं।
लूटी गई कार को इंदौर के बाणगंगा में कृष्णा वाटिका में छुपा दिया था। जिसे भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। मामले का पर्दाफाश करने में टीआइ संजय मंडलोई, सायबर सेल प्रभारी प्रतीक यादव, एएसआइ राजेश जाट, प्रधान आरक्षक दिग्विजयसिंह, राहुल कुशवाह, रूपेश बिडवान की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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