खरगोन। खरगोन के कोतवाली थाना क्षेत्र में निर्माणाधीन मकान के टैंक में गिरने से एक 7 साल के मासूम बालिका की मौत हो गई। परिजन उसे टंकी से निकालकर सीधे अस्पताल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बालिका का नाम आनंदी पिता भीम सिंह निवासी बाकदरा बताया गया है। बालिका के परिजन खरगोन में मजदूरी का काम करते हैं। इसी दौरान निर्माणाधीन मकान की पानी टंकी में वह गिर गई। जब परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की तो वह टंकी की अंदर मिली, इसके बाद उसके माता-पिता उसे लेकर तुरंत अस्पताल पहुंचे।
अस्पताल में शिशु की मौत, स्वजन ने लगाए लापरवाही के आरोप
टांडा बरूड़। गांव में लक्ष्मीबाई कुमरावत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरूड़ में गुरुवार 1:30 प्रसव के लिए महिला सोनम बाई पति सेवकराम निवासी बरूड़ को भर्ती किया था। स्वजन का आरोप है कि रात्रि तीन बजे डिलीवरी हुई। डिलीवरी के दौरान ड्यूटी नर्स दीक्षा मिश्राम द्वारा लापरवाही कर सही इलाज नहीं दिया गया, जिससे शिशु की मौत हो गई। रात्रि का समय होने से मेडम को बार-बार नींद से खड़े कर प्रसूता के पास आने को कहा, लेकिन वह समय पर नहीं आई, जिससे शिशु की मौत हो गई। ऐसे लापरवाह कर्मचारियों को प्रशासनिक रूप से दंडित किया जाना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो।
इस पूरे मामले की जांच कर दोषी दीक्षा मिश्राम नर्स पर उचित कार्रवाई की जाए। इस संबंध में मेडिकल आफिसर डा. गौतम शर्मा के ने बताया कि जो डाक्यूमेंट्स उपलब्ध हैं। फाइल के आधार पर बच्चे का वजन कम था। उसका सिर भी बढ़ा हुआ था। उसको गर्भ से ही परेशानी थी। गर्भ में ही शिशु की मौत होना बताया गया है। स्वजन का कहना है कि सोनम की चार बेटियां हैं और डिलीवरी के दौरान बेटा हुआ था, लेकिन अस्पताल की लापरवाही ने जान ले ली। इस पूरे मामले की जांच की मांग की गई है।
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