मंडला। जिले में लगातार बिगड़ रही पुलिसिंग व्यवस्था और अपराधियों के बढ़ते हौसलों ने शांतिप्रिय जिले की आबोहवा को बिगाड़ दिया है। पुलिस पर उठ रहे सवालों के बाद एसपी ने जिले में तापड़तोड़ तबादले कर दिए हैं। अपराधी जिस तरह से आए दिन खुलेआम अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। इससे जिलेवासियों के मन में भय व्याप्त हो गया है और पुलिस व्यवस्था से विश्वास उठने लगा है। चाहे लूट खसोट हो अथवा चोरी। जुआ, सट्टा, शराब का काला कारोबार हो या फिर अन्य अपराधिक मामले। इनके लगातार बढ़ने से पुलिस की व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह उठने लगे हैं। यही कारण है कि बिगड़ती स्थिति को सुधारने के लिए पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा ने जिले की पुलिस व्यवस्था में कई तबादले कर दिए हैं। जिले में दो निरीक्षकों तथा पांच उप निरीक्षकों का तबादला किया गया है।
इनके हुए तबादले
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार थाना कोतवाली प्रभारी, निरीक्षक जनक सिंह रावत को रक्षित केंद्र भेज दिया गया है। इनके स्थान पर अंजनिया चौकी प्रभारी उप निरीक्षक जसवंत सिंह राजपूत को कोतवाली थाना प्रभारी का दायित्व सौंपा गया है। महिला सुरक्षा शाखा में पदस्थ निरीक्षक वर्षा पटेल को थाना प्रभारी यातायात का दायित्व दिया गया है। थाना कोतवाली में पदस्थ उप निरीक्षक कामेश धूमकेती को चौकी प्रभारी लिंगा पौड़ी, थाना बीजाडांडी में पदस्थ उपनिरीक्षक पंकज विश्वकर्मा को चौकी प्रभारी अंजनिया, थाना यातायात में पदस्थ राजेंद्र सिलेवार को चौकी प्रभारी पांडीवारा, चौकी प्रभारी पांडीवारा में पदस्थ उप निरीक्षक गोविंद सिंह राजपूत को रक्षित केंद्र मंडला भेजा गया है।
आठ लाख की लूट चर्चा में
गौरतलब है कि 31 मई की भरी दोपहरी में थाना कोतवाली अंतर्गत क्षेत्र राजीव कॉलोनी में दिनदहाड़े लूट को अंजाम दिया गया था। बाइक पर सवार दो युवकों ने शासकीय अधिकारी रोहित मरावी से 8 लाख रुपये लूट लिए जो वह बैंक से आहरित करके निकले थे। गौरतलब है कि लूट के आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। मामले में किसी भी तरह की सख्त कार्रवाई नहीं हो पाने से कोतवाली थाना प्रभारी के खिलाफ पूरे शहर में आक्रोश उत्पन्न हो रहा था। हालांकि जनक सिंह रावत को लाइन अटैच किए जाने की कार्यवाही को इस लूट से आधिकारिक रूप से नहीं जोड़ा गया है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.