हिंदू धर्म में ज्येष्ठ की पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यता है कि इस माह दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। ऐसे में यदि कोई जातक अपनी राशि के लिए दान करता है तो यह उसके लिए काफी शुभ होता है। आप भी अपनी राशि के अनुसार इन चीजों का दान कर सकते हैं –
मेष और वृश्चिक राशि
मेष और वृश्चिक राशि मंगल ग्रह से संबंधित है, इसलिए इन राशि के जातकों को ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन लाल मसूर की दाल, गुड़, लाल चंदन, लाल फूल, सिंदूर, तांबा, मूंगा, लाल वस्त्र आदि दान करना शुभ होता है। इन चीजों का दान करने से आर्थिक लाभ होता है और सभी संकट दूर हो जाते हैं।
वृषभ और तुला राशि
वृषभ और तुला राशि का संबंध शुक्र ग्रह से है और यदि किसी जातक के जीवन में संकट चल रहा है और भौतिक सुख सुविधाओं की कमी हो गई है तो पूर्णिमा के दिन सफेद वस्त्र, कपूर, खुशबूदार अगरबत्ती, धूप, इत्र आदि दान करना चाहिए। तुला राशि वालों को विशेष रूप से दही, चावल, चीनी, दूध, चांदी को भी दान में शामिल जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से भौतिक सुख सुविधाओं की प्राप्ति होती है।
मिथुन और कन्या राशि
मिथुन और कन्या राशि का स्वामी बुध है और बुध को नव ग्रहों में राजकुमार कहा जाता है। बुध देव को प्रसन्न करने से लिए मिथुन और कन्या राशि वाले लोगों को पूर्णिमा के दिन हरी सब्जी, हरा फल, हरा वस्त्र, कांसे का बर्तन, पन्ना या उसका उपरत्न ओनेक्स, हरी दाल, आदि दान करना चाहिए।
कर्क राशि
कर्क के जातकों को ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन दूध, दही, चावल, सफेद वस्त्र, चीनी, चांदी, मोती, शंख, कपूर, बड़ा बताशा का दान करना शुभ होगा। ऐसा करने से कुंडली में स्थित चंद्र दोष खत्म हो जाता है और मानसिक तनाव भी कम होता है।
सिंह राशि
सिंह ग्रहों के राजा सूर्य की राशि है। सिंह राशि के जातकों को गेहूं, गुड़, लाल वस्त्र, लाल पुष्प, लाल चंदन, माणिक्य, शहद, केसर, सोना, तांबा, शुद्ध घी, कुमकुम आदि दान करने चाहिए। ऐसा करने से लक्ष्मी जी प्रसन्न होती है। आर्थिक स्थिति ठीक होती है।
धनु तथा मीन राशि
धनु और मीन राशि के जातकों को पीला वस्त्र, हल्दी, पीला अनाज, केला, चने की दाल, पुखराज या उसका उपरत्न सुनहला अथवा पीला हकीक, देशी घी, सोना, केसर, धार्मिक पुस्तक, पीला फूल, शहद आदि दान करना चाहिए। ऐसा करने से देवगुरु बृहस्पति प्रसन्न होते हैं।
मकर और कुम्भ राशि
मकर और कुंभ राशि के जातकों को पूर्णिमा के दिन काले तिल, काला वस्त्र, लोहा, काली उड़द की दाल, काले फूल, सुरमा (काजल), चमड़े की चप्पल, कोयला, काला मिर्च, नीलम अथवा उसका उपरत्न जमुनिया, काले चने, काली सरसों, तेल आदि का दान करना चाहिए। जीवन में सभी संकट दूर हो जाते हैं और पारिवारिक विवादों के भी छुटकारा मिलता है।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
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