इंदौर। आगामी परीक्षा को लेकर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की चिंताएं बढ़ गई, क्योंकि परीक्षा में लगने वाली ओएमआर शीट का संकट फिर खड़ा हो गया है। एजेंसी शीट समय पर सप्लाय नहीं कर रही है। इसके चलते विश्वविद्यालय प्रशासन को बार-बार कालेजों से उनके पास रखी शीट के बारे में जानकारी मांगना पड़ती है, जबकि छह महीने पहले एजेंसी को विश्वविद्यालय ने 30 लाख शीट भिजवाने को कहा था। मगर अभी तक दस लाख ओएमआर शीट भी नहीं मिली है। बावजूद इसके अधिकारी कार्रवाई करना तो दूर एजेंसी पर मेहरबानी अलग से बरत रहे है।
विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अंतगर्त स्नातक द्वितीय वर्ष की परीक्षा करवाना है, लेकिन हड़ताल की वजह से परीक्षा को टालना पड़ा है। अब जुलाई में करवाई जाएगी। मगर इससे पहले विश्वविद्यालय प्रशासन ने कालेजों से जानकारी मांगी है कि उनके पास ओएमआर शीट की कितनी शेष है। उसके आधार पर परीक्षा के लिए शीट केंद्रों पर भिजवाई जाएगी। इसके बारे में इंदौर, धार, झाबुआ, खंडवा, बुरहानपुर, आलीराजपुर, खरगोन और बड़वानी के समस्त संबद्ध महाविद्यालय के प्राचार्य को पत्र लिखा है। तीन दिन में जानकारी मांगी है।
सूत्रों के मुताबिक एजेंसी ओएमआर शीट विश्वविद्यालय को काफी अधिक दामों पर सप्लाय कर रहा है। परीक्षा विभाग के डिप्टी रजिस्ट्रार रचना ठाकुर का कहना है कि ओएमआर शीट की जरूरत अब परीक्षा में कुछ विषय के पेपर देने में लगती है। इसके लिए कालेजों से जानकारी मांगी है। उसके आधार पर परीक्षा केंद्रों को भिजवाई जाएगी।
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