हिंदू धर्म में शनिवार का दिन भगवान शनिदेव को समर्पित है। इस दिन भगवान शनिदेव की पूजा-अर्चना की जाती है। शनि देव की पूजा करने से व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही जीवन में व्याप्त काल, कष्ट, दुख और संकट भी दूर हो जाते हैं। शनि देव की पूजा पाठ करने से साढ़े साती और शनि की ढैय्या का प्रभाव क्षीण होता है। शनिदेव की पूजा करने से जीवन में खुशियां आती हैं।
बुरी नजर से बचने के लिए लोग शनिवार के दिन शनि मंदिर जाते हैं और शनिदेव के समक्ष दीप जलाते हैं। ऐसी मान्यता है कि शनिदेव जातक कर्मों के आधार पर फल देते हैं। यदि किसी जातक की कुंडली में शनि की स्थिति सही नहीं है या किसी संकट का सामना कर रहे हैं तो शनिवार के दिन शनि महाराज का पूजन करें। इस आर्टिकल में शनिवार के कुछ उपायों के बारे में जनेंगे…
व्यवसाय में तरक़्क़ी यदि आपको व्यवसाय में लगातार हानि हो रही है तो आप शनिवार के दिन पीपल के 11 पत्तों की एक माला बना कर शनि मंदिर में अर्पित कर दें। माला अर्पित करते समय ‘ऊँ श्रीं ह्रीं शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का जाप करते रहें। ऐसा करने से आपको जल्द लाभ मिलेगा।
दाम्पत्य जीवन में खुशहाली के लिए
यदि आपके दांपत्य जीवन में ख़ुशियों की कमी और और परेशानी ए रही है तो आप शनिवार के दिन थोड़े से काले तिल लेकर पीपल के पेड़ के पास चढ़ा दें। इससे आपके दाम्पत्य जीवन में खुशियां आएंगी। पति-पत्नी के बीच प्यार बढ़ेगा। और परिवार में ख़ुशियाँ आयेंगी।
परेशानी से भी बचे
आप हर समय किसी ना किसी परेशानी से घिरे रहते हैं तो आप शनिवार के दिन पीपल के पेड़ में कच्चे सूत के धागे को सात बार लपेटें। इसके साथ ही मन में शनिदेव का ध्यान करें। ऐसा करने से समस्याओं का समाधान होगा और विपत्ति नहीं आयेगी।
कौवे को रोटी खिलाना
हर शनिवार को कौवे को रोटी जरूर खिलाएं। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं। साथ ही शनि दोष से भी मुक्ति मिलती है।
डिसक्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी/ सामग्री/ गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ धार्मिक मान्यताओं/ धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें।
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