पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दिव्य दरबार में बाउंसरों ने विधायक गौरीशंकर बिसेन को मंच पर चढ़ने से रोका

 बालाघाट। परसवाड़ा के भादुकोटा में संपन्न वनवासी रामकथा के अंतिम दिन पं. धीरेंद्र शास्त्री से मिलने मंच पर चढ़ने को लेकर विधायक व आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन और बाउंसरों में हुई कहासुनी का मामला शुक्रवार को दिनभर सुर्खियों में रहा। इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियो में विधायक बिसेन और मंच के व्यवस्थापकों व बाउंसरों के बीच कहासुनी देखी व सुनी जा सकती है। इतना ही नहीं, मंच पर प्रवेश वर्जित होने के बाद भी जब मंच पर जाने की जिद पूरी नहीं हुई तो विधायक बिसेन के कार्यक्रम छोड़कर जाने तथा उन्हें समझाने-बुझाने में लगे भाजपा के नेताओं का वीडियाे भी प्रचारित है।

इस बीच शुक्रवार को विधायक बिसेन ने स्वयं इसका पटाक्षेप करते हुए मामले को भ्रामक और गलत बताया। उन्होंने भोपाल में प्रेस वार्ता में मामले पर सफाई दी। इसके अलावा इंटरनेट मीडिया पर भी उन्होंने मामले को भ्रामक बताते मैसेज वायरल किया, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, मंच पर चढ़ने को लेकर पहले विधायक बिसेन की बेटी मौसम हरिनखेड़े की दो महिला बाउंसरों से नोकझोंक हुई थी। इसके बाद विधायक बिसेन के साथ अन्य बाउंसरों ने धक्कामुक्की की। गहमागहमी भरे माहौल में गुस्साए विधायक बिसेन को भाजपा के नेताओं ने खूब मनाने का प्रयास किया, लेकिन नाराज होकर कार्यक्रम से रवाना हो गए।

यह है मामला

दरअसल, परसवाड़ा के भादुकोटा में बागेश्वर धाम के पीठाधीश पं. धीरेंद्र शास्त्री दो दिवसीय रामकथा सुनाने पहुंचे थे। अंतिम दिन बुधवार की रात्रि पं. धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार लगा। बालाघाट विधायक व आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन मंच पर आसीन पं. धीरेंद्र शास्त्री से मिलने मंच पर चढ़ने लगे, जिन्हें वहां खड़े बाउंसरों व व्यवस्थापकों ने रोक लिया।

इस बीच विधायक बिसेन के पीएसओ, बाउंसरों और पं. धीरेंद्र शास्त्री के निज प्रबंधकों के बीच मंच की सीढ़ियों के पास कहासुनी हो गई। ये नजारा वहां मौजूद जनता देख रही थी। विवाद बढ़ता देख मंच पर ही मौजूद आयुष मंत्री व परसवाड़ा विधायक रामकिशोर कावरे पहुंचे, लेकिन बाउंसरों ने विधायक बिसेन काे मंच पर चढ़ने से मना कर दिया।

इस दौरान विधायक बिसेन की पुत्री मौसम हरिनखेड़े भी पूरे घटनाक्रम को देख स्तब्ध थीं। कुछ देर बाद विधायक बिसेन व मौसम हरिनखेड़े गुस्से में कार्यक्रम छोड़कर बाहर निकल गए। इस दौरान उन्हें आयुष मंत्री कावरे, पूर्व विधायक रमेश भटेरे, जिलाध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल सहित अन्य लोगों ने कार्यक्रम छोड़कर न जाने के लिए मनाने का प्रयास किया, लेकिन सभी असफल रहे।

सफाई में यह बोले विधायक बिसेन

विधायक बिसेन ने इंटरनेट मीडिया पर जारी संदेश में लिखा है कि पं. बागेश्वर धाम सरकार के मंच पर जाने से मुझे रोका गया, ऐसा भ्रामक प्रचार जो न्यूज मीडिया में हो रहा है, वह सही नहीं है। दरअसल, पं. शास्त्री जी दिव्य दरबार में थे, ऐसे समय पर किसी का भी प्रवेश वर्जित रहता है। ऐसी जानकारी मिलने पर मैं स्वयं रुक गया। मेरे पीएसओ और पंडित जी के पीएसओ के बीच प्रवेश को लेकर चर्चा हुई, जिसमें किसी तरह की न ही अशोभनीय शब्दावली का आदान-प्रदान हुआ और न ही कोई अप्रिय घटना घटी। लोगों को देखने में लगा रहा होगा कि घटना हुई है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। मैं इसका पटाक्षेप करता हूं। चर्चा पर विराम लगे।

इनका कहना…

मैं बालाघाट में हूं और पापा गौरीशंकर बिसेन भोपाल में हैं। पापा ने मामले को लेकर पटाक्षेप किया है। वहां बाउंसरों ने बहसबाजी की थी, लेकिन इस मामले का गलत राजनीतिकरण न किया जाए।

मौसम हरिनखेड़े, भाजपा नेत्री

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