चीता ट्रैकिंग टीम को मवेशी चोर समझकर ग्रामीणों ने पीटा डराने के लिए हवाई फायर भी किए

 शिवपुरी। श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क से निकलकर शिवपुरी जिले की पोहरी रेंज में आई मादा चीता आशा को ट्रैक कर रही कूनो वन मंडल की टीम पर बूराखेड़ा गांव में ग्रामीणों ने हमला कर दिया। ग्रामीणों ने टीम को मवेशी चोर समझ लिया। मारपीट में एक वनकर्मी को चोट आई है। इस दौरान एक-दो हवाई फायर भी ग्रामीणों की ओर से किए। पुलिस ने वनकर्मियों की शिकायत पर 10-15 अज्ञात लोगों पर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने सहित मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज किया है।

जानकारी के अनुसार मादा चीता आशा कूनो नेशनल पार्क से बाहर निकलकर शिवपुरी की तहसील पोहरी के सामान्य वन मंडल की रेंज में पहुंच गई। इसे ट्रैक करने में लगी टीम गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात करीब एक बजे बूराखेड़ा गांव पहुंची। टीम में पवन अग्रवाल, विकेश गुर्जर, हुकुम सिंह यादव सहित पांच लोग थे जो बूराखेड़ा तालाब के पास आशा की निगरानी कर रहे थे।

रात करीब चार बजे मौसम खराब होने से टीम गाड़ी में बैठ गई। इस दौरान टीम को टार्च की रोशनी और गोली चलने की आवाज आई। टीम के सदस्य कुछ समझ पाते उसके पहले ग्रामीणों ने लाठियां बरसाकर उनकी गाड़ी फोड़ दी। वनकर्मियों से मारपीट भी की गई जिसमें एक को ज्यादा चोट आई हैं। टीम के सदस्यों ने भागकर खुद को बचाया।

सूचना मिलने पर पोहरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। हमले में वनरक्षक पवन अग्रवाल को चोट आई है उसका मेडिकल कराया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में पिछले दिनों में चोरी की घटनाएं हुई हैं। रात में टीम ने दो-तीन चक्कर काटे थे जिससे उनके मवेशी चोर होने का संदेह हुआ। इसके चलते यह घटना हो गई।

आशा गर्भवती इसलिए अधिक सतर्कता

बताया जा रहा है कि आशा गर्भवती भी है इसलिए टीम अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। शुक्रवार दोपहर तक उसकी लोकेशन झिरी गांव के आसपास बनी हुई थी।

इनका कहना है…

आशा चीता अभी पोहरी में सामान्य वन मंडल की रेंज में है। उसकी मानीटरिंग कर रही टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया था जिसमें एक वन रक्षक घायल हुआ है। थाने में मामला दर्ज करा दिया है।

पीके वर्मा, डीएफओ कूनो वन मंडल

चीता ट्रैकिंग टीम पर ग्रामीणों ने सुबह चार बजे हमला किया था। फिलहाल अज्ञात 10-15 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। ग्रामीणों के भी कथन ले रहे हैं उसके बाद आगे की कार्रवाई करेंगे।

– मनीष यादव, एसडीओपी पोहरी।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.