ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिदेव की टेढ़ी दृष्टि जिस पर भी पड़ती है, उसे बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में शनि को क्रूर ग्रह माना जाता है जो लोगों को उनके कर्मों के हिसाब से दंडित करते हैं। खास तौर पर जिनकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैया चल रही हो, उनके जीवन में अस्थिरता अवश्य आती है। ऐसे में शनिदेव को प्रसन्न करने से उनके प्रभावों में कमी आती है और परेशानियों से राहत मिलती है। इसके लिए कुछ राशियों के जातकों को शनि के कुछ उपाय जरूर करने चाहिए।
किनको करना चाहिए उपाय?
जिन जातकों पर शनि देव की कुदृष्टि पड़ती है उनके जीवन में बाधाएं आने लगती हैं। करियर से लेकर स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी बढ़ने लगती हैं। हर कार्य में बाधा आती है और बनता काम बिगड़ जाता है। इस समय मकर, कुंभ और मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़े साती चल रही है। वहीं, कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों पर इस समय शनि की ढैय्या चल रही है। शनि के दुष्प्रभावों से बचने के लिए इन 5 राशि के जातकों को शनि देव की विशेष पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
क्या करें उपाय?
ज्योतिष में शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनि कवच स्तोत्र का विशेष महत्व बताया गया है। इसके रोजाना पाठ से जातकों को बहुत लाभ मिलता है। जिनकी कुंडली में शनि देव पीड़ा दे रहे हों, उन्हें हर दिन शनि की पूजा करने के साथ शनि कवच का पाठ करना चाहिए। माना जाता है कि शनि कवच के पाठ से साढ़े साती का प्रभाव कम होता है और जीवन के समस्त दुखों का नाश होता है।
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