तीसरा बड़ा मंगल आज ये उपाय करेंगे तो मिलेगा चमत्कारी फल

Bada Mangal 2023 । सनातन धर्म में ज्येष्ठ माह के सभी मंगलवारों को महाबली हनुमान की विशेष आराधना की जाती है और इस माह में आने वाले सभी मंगलवार को बड़ा मंगल कहा जाता है। इसके अलावा देश के कुछ राज्यों में ज्येष्ठ माह में मंगलवार को बुढ़वा मंगल भी कहा जाता है और इस दिन हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किए जाते हैं। आज 23 मई को ज्येष्ठ माह का तीसरा बड़ा मंगल है। गौरतलब है कि ज्येष्ठ माह की शुरुआत 5 मई से हुई है और 4 जून को ज्येष्ठ माह समाप्त होगा।

दूर होता है मंगल दोष

ज्योतिष मान्यता है कि ज्येष्ठ माह के मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा-उपासना करने से मंगल दोष कम होता है और किसी भी जातक के कुंडल में मंगल के दुष्प्रभाव को भी कम किया जा सकता है । इसके अलावा बड़ा मंगल पर महाबली हनुमान की पूजा आराधना करने से आर्थिक संकट भी दूर होता है और नौकरी व व्यापार में अच्छा लाभ होता है।

बड़े मंगल पर आज पूजा का मुहूर्त

आर्द्रा नक्षत्र – 23 मई को दोपहर 12.58 मिनट तक

राहुकाल दोपहर बाद 03:43 से शाम 05:26 तक

मंगलवार को करें सुंदरकांड का पाठ

ज्येष्ठ माह के मंगलवार के दिन बड़ा मंगल का व्रत करने के साथ ही शाम को हनुमानजी की पूजा के साथ सुंदरकांड और बजरंग बाण का पाठ करना भी शुभ होता है। ऐसा करने से परिवार में चल रही सभी आर्थिक समस्याएं दूर होती है और संतान पक्ष से भी शुभ समाचार मिलता है।

इन उपायों से प्रसन्न होते हैं हनुमान जी

यदि आपके जीवन में कोई परेशानी चल ही है और उसका निराकरण करना चाहते हैं तो बड़े मंगल को मसूर की दाल बहते हुए जल में प्रवाहित करना चाहिए। इसके अलावा बड़े मंगलवार के दिन हनुमानजी को सिंदूर और चोला अर्पित करने से भी परेशानियों से छुटकारा मिलता है। घर में चल रही समस्याओं का अंत होता है।

इस उपाय से बनेंगे नौकरी में तरक्की की योग

यदि आप नौकरी में प्रमोशन चाहते हैं तो बड़ा मंगल के दिन हनुमान जी को पूजा के दौरान पान का बीड़ा चढ़ाएं। ऐसा करने से भी नौकरी में प्रमोशन की संभावना बढ़ जाती है और अधिकारी वर्ग से भरपूर सहयोग मिलता है। किसी भी संकट से मुक्ति पाने के लिए हनुमान जी को गुलाब का फूल और केवड़े के इत्र अर्पित करना चाहिए।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.