MP कांग्रेस vs कार्तिकेय: ‘युवराज’ कहे जाने पर भड़के CM शिवराज के सुपुत्र, नकुलनाथ के बहाने दिलाई सिख दंगों की याद
भोपाल: सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh) के सुपुत्र कार्तिकेय सिंह चौहान (Kartikeya Singh Chauhan) और कांग्रेस (INCMP) में ट्विटर वार शुरु हो गया है। दरअसल, कांग्रेस ने तंज कसते हुए ट्विटर पर एक पोस्ट की है जिसमें कार्तिकेय को ‘युवराज’ की संज्ञा दी है। इस पर भड़के कार्तिकेय ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए परिवार पर हमला करने की बजाय मुद्दों पर राजनीति करने की सीख दे डाली
कार्तिकेय सिंह ने लिखा कि ‘युवराज शब्द आप लोगों के लिए नया नहीं है। आपकी पार्टी में कई युवराज हैं, शहज़ादे हैं। आपको तो कई बार युवराज युवराज बोलना पड़ता होगा, इसलिए आदतन यहां भी लिख दिया। ख़ैर ये छोड़िये, भाजपा की वजह से आपकी पार्टी महिलाओं का सम्मान करना सीखने की कोशिश करने लगी। हालांकि वो आपसे होगा नहीं, आपके DNA में नहीं है। वैसे सुना है बड़े भाई नकुलनाथ (कमलनाथ के बेटे) जी जब अमेरिका में थे तो देश में सिख नरसंहार हो रहा था?? मेरा समय बर्बाद करने के बजाय चुनाव लड़ने का प्रयास कीजिए. वैसे लगता नहीं, फिर भी उम्मीद करता हूं कि आप राजनीति के लिए मुद्दे खोजेंगे, परिवार नहीं।”
कांग्रेस ने कार्तिकेय को कहा युवराज
दरअसल मध्य प्रदेश कांग्रेस और कार्तिकेय के बीच ट्विटर वार का यह सिलसिला एक ट्वीट से शुरु हुआ था जिसमें कांग्रेस ने सीएम के वीडियो पोस्ट वाले ट्वीट को रीट्वीट किया गया था, जिसमें सीएम शिवराज की पत्नी साधना सिंह कुछ महिलाओं के साथ रसोई में बैठकर सिल-बट्टे पर मसाले पीसते हुए नजर आ रही थीं और वहीं चूल्हे से धुआं भी उठ रहा था। उनके साथ सीएम शिवराज भी बैठे थे। इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कांग्रेस ने तंज कसते हुए लिखा था कि ‘आदरणीय मामी जी, अब आपकी चूल्हा फूंकने की तकलीफ जल्द ही खत्म होने वाली है, क्योंकि कमल नाथ के मुख्यमंत्री बनते ही आपको भी 500 रुपये में गैस सिलेंडर मिलेगा।’
इस ट्वीट से भड़के सीएम के पुत्र कार्तिकेय ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए ट्विटर पर ही लिखा कि मेरी मां 32 साल से पिताजी के पीछे उनकी ताकत बनकर खड़ी रही, सुख और दु:ख में उनका संबल बनीं, लेकिन कांग्रेस रिश्तों की पवित्रता, प्रेम, को नहीं समझती, वो हर बात में राजनीति देखती है। आखिर करें भी क्यों ना, चरित्र शब्द की समझ कांग्रेस के नेताओं को कम है। जनता की सेवा पिताजी के लिए पहला कर्तव्य है। परिवार के लिए उन्हें समय कम ही मिलता है, और ऐसे कुछ पल वो कभी-कभी साझा करते हैं, लेकिन कितनी गिरी है कांग्रेसी सोच कि राजनैतिक फायदे के लिए उसे भी निशाना बना रही है। बजरंग बली मेरे माता-पिता के इन खूबसूरत पलों को बुरी नज़र से बचायें।
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