ग्वालियर। 25 मई को खरीदारी और शुभ कार्य करने का समय आ रहा है। इसकी वजह यह है कि 25 मई को गुरु पुष्य योग सहित 5 शुभ योग बन रहे हैं। इस बार वृदि्ध योग, सर्वार्थ सिदि्ध योग, अमृत सिदि्ध योग और रवि योग बन रहे हैं। ऐसे में आप इस दिन जो भी शुभ काम करेंगे उसमें गई गुना वृदि्ध होगी। इस दिन आप विवाह को छोड़कर सभी तरह के मांगलिक व शुभ काम कर सकते है। ज्योतिषाचार्य पं. खेमराज तिवारी ने बताया कि गुरु पुष्य योग व पांच शुभ योग भाग्य व धन बढ़ता है। ज्योतिष के अनुसार, जब गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र होता है, तब यह दुर्लभ गुरु पुष्य योग बनता है। गुरु पुष्य योग को गुरु पुष्य नक्षत्र योग भी कहते हैं। पूरे वर्ष यदि आपको कोई दिन शुभ कार्य के लिए नहीं मिल रहा हो तो गुरु पुष्य योग वाले दिन वह कार्य कर सकते हैं।
कब से कब तक है गुरु पुष्य योग
गुरु पुष्य योग 25 मई को सूर्योदय के समय से लेकर शाम 05 बजकर 54 मिनट तक है। इस दिन शाम को 05:54 बजे के बाद से अश्लेषा नक्षत्र प्रारंभ है। ऐसे में 25 मई को सुबह से लेकर शाम 05:54 बजे तक शुभ वस्तुओं की खरीदारी कर सकते हैं।
इस तरह रहेंगे योग
इस दिन अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी सुबह 05 बजकर 26 मिनट से शाम 05 बजकर 54 मिनट तक है. रवि योग सुबह 05:26 बजे से लेकर शाम 05:54 बजे तक है, उसके बाद रात में 09 बजकर 12 मिनट से अगले दिन 26 मई को सुबह 05 बजकर 25 मिनट तक है।
ये चीजें खरीद सकते हैं गुरु पुष्य योग में
1. सोना: सोना को सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। गुरु पुष्य योग में खरीदा गया सोना आपके धन-संपत्ति और भाग्य को बढ़ता है।
2. चने की दाल: गुरु पुष्य योग में आप चने की दाल खरीदकर भी अपने सुख और समृद्धि में बढ़ोत्तरी कर सकते हैं। गुरु ग्रह की पूजा में चने की दाल का उपयोग करते हैं और इसका भोग भगवान विष्णु को भी लगाते हैं। हल्दी और चने की दाल के अलावा आप पीले रंग के वस्त्र, पीतल, घी आदि भी खरीद सकते हैं।
3. सिक्का: गुरु पुष्य योग वाले दिन व्यक्ति को सोने का सिक्का या फिर चांदी का सिक्का खरीदना चाहिए. यह भी आपकी उन्नति में सहायक होगा।
4. धार्मिक पुस्तकें: गुरु पुष्य योग में देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव अधिक होता है। ऐसे में आप गुरु पुष्य योग में धार्मिक पुस्तकें खरीद सकते हैं. इससे भी आपको लाभ होगा।
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