जापान के हिरोशिमा में क्वाड बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। आपको बता दें कि क्वाड समूह में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान, यही चार देश शामिल हैं। क्वाड नेताओं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथोनी अल्बनीज और जापानी पीएम फुमियो किशिदा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘इस बात को लेकर बिल्कुल भी संदेह नहीं है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र वैश्विक व्यापार, नवाचार और विकास का इंजन है। मैं इस बात से पूरी तरह सहमत हूं कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा और सफलता न केवल इस क्षेत्र के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है।”
पीएम का संबोधन
जापानी शहर हिरोशिमा में ग्रुप ऑफ सेवन समिट (जी-7) की बैठक के मौके पर क्वाड बैठक आयोजित की गई थी। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि क्वाड, इंडो-पैसिफिक में शांति, स्थिरता और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा, “एकजुट प्रयासों के साथ, हम मुक्त, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत के अपने दृष्टिकोण को व्यावहारिक रुप दे रहे हैं। हम अपने साझा प्रयासों के माध्यम से साझा लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित एक रचनात्मक एजेंडे के साथ आगे बढ़ रहे हैं। हम अपनी दृष्टि को एक व्यावहारिक आयाम दे रहे हैं। इस समिट में हमें पूरे क्षेत्र को शामिल करने और जन-केंद्रित विकास पर चर्चा करने का मौका मिलेगा।”
मेजबानी को तैयार
पीएम मोदी ने कहा कि इस क्वाड समिट में हिस्सा लेकर और दोस्तों के बीच आकर उन्हें बहुत खुशी हो रही है, और भारत 2024 में अगले क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने को तैयार है। बता दें यह मूल रूप से 24 मई को सिडनी में होने वाला था। लेकिन, राष्ट्रपति बिडेन के ऑस्ट्रेलिया दौरे को रद्द करने के बाद हिरोशिमा में क्वाड शिखर सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इस बीच, ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीस ने कहा कि वह फिर से करीबी दोस्तों के बीच आकर खुश हैं। उन्होंने यह भी कहा कि क्वाड देर रात एक विजन स्टेटमेंट जारी करेगा।
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