नई दिल्ली । भारतीय वायुसेना पाकिस्तान से लगी सीमा पर छह मई से 20 मई तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और पंजाब के इलाकों में बड़ा अभ्यास करने जा रही है। इसमें वायुसेना लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर ,अवॉक्स और मिसाइल के जरिए अपनी ताकत को और धार देगी।
वायुसेना इस अभ्यास में अपनी युद्ध क्षमताओं को परखेगी ताकि मौका पड़ने पर यह हथियार खरे उतर सकें। इस युद्धाभ्यास में वायुसेना के रफाल, सुखोई ,जगुआर, मिग-29, अपाचे, चिनूक जैसे एयरक्राफ्ट अपना दम खम दिखाएंगे। वे लाइन ऑफ कंट्रोल और इंटरनेशनल बॉर्डर पर दुश्मन के विमानों को आने से रोकने और मार गिराने के साथ-साथ उसकी सीमा में घुसकर तबाह करने का अभ्यास करेंगे।
इससे पहले दिसंबर में वायुसेना ने चीन से लगती सीमा पर अपनी ताकत दिखाई थी जब वायुसेना के ईस्टर्न सेक्टर ने सैन्य अभ्यास किया था।
साल 2019 में पुलवामा हमले के बाद वायुसेना के मिराज फाइटर ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के आतंकी कैम्प को तबाह किया था। उसके बाद पाक के विमान भारतीय सीमा में घुस आए थे तब भारतीय वायुसेना के जांबाज पायलट ग्रुप कैप्टन अभिनन्दन ने अपने पुराने मिग 21 से पाक के एफ 16 को मार गिराया था।
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