रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने मालदीव दौरे के दूसरे दिन राजधानी माले में भारत की ओर से उपहार के रूप में मालदीव को एक तेज गश्ती पोत और लैंडिंग क्राफ्ट सौंपा। इस दौरान राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भारत-मालदीव संबंध बेहद खास हैं और यह पूरे क्षेत्र के लिए एक मॉडल के रूप में विकसित हुआ है।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हिंद महासागर क्षेत्र में आम चुनौतियों से निपटने में सहयोग बढ़ाने के लिए भारत-मालदीव और क्षेत्र के अन्य समान विचारधारा वाले देशों की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। वहीं, इसके बाद मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने गश्ती पोत को मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल (एमएनडीएफ) में शामिल किया।
राजनाथ सिंह ने समारोह में कहा- भारत-मालदीव संबंध वास्तव में विशेष है। हमारा संबंध समय की कसौटी पर खरा उतरा है और हमने हमेशा जरूरत के समय एक-दूसरे का समर्थन किया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध पूरे क्षेत्र के लिए एक मॉडल के रूप में विकसित हुए हैं। उन्होंने कहा- हिंद महासागर क्षेत्र की आम चुनौतियों को दूर करने की दिशा में भारत-मालदीव और क्षेत्र के अन्य समान विचारधारा वाले देशों को हमारे सहयोग को बढ़ाने की आवश्यकता है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि इसलिए हमें यह सुनिश्चित करने के लिए सहयोगात्मक प्रयास करना चाहिए कि हिंद महासागर का समुद्री विस्तार शांतिपूर्ण हो और क्षेत्रीय समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए समुद्री संसाधनों का अधिकतम उपयोग किया जाए। राजनाथ सिंह ने कहा- हम सहजीवन संबंध बनाना चाहते हैं, जहां हम एक-दूसरे से सीख सकते हैं, एक साथ आगे बढ़ सकते हैं और एक-दूसरे के लिए जीत की स्थिति पैदा कर सकते हैं। हम आपको आश्वस्त करना चाहते हैं कि एमएनडीएफ और मालदीव को समर्थन देने की भारत की प्रतिबद्धता समय के साथ बेहतर और मजबूत होगी।
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