नई दिल्ली। पाकिस्तान द्वारा जी-20 बैठक से पहले कश्मीर में घुसपैठ की तैयारी हो रही है। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ करवाने के लिए पाकिस्तान की एक और नापाक साजिश का खुलासा हुआ है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तानी सेना ने आंतकियों की मदद के लिए नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सटे इलाकों में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में पांच कंट्रोल रूम कायम किए हैं। खुफिया जानकारी के मुताबिक ये कंट्रोल रूम भिम्बर, नीलम वैली, लीपा वैली, रावलकोट और मुजफ्फराबाद में बनाए गए हैं। इन कंट्रोल रूम से इसकी निगरानी रखी जाएगी कि कैसे आतंकियों को भारतीय सीमा में घुसपैठ करवाना है। इसका मकसद भारत की सेना के जवानों की मूवमेंट के बारे में आतंकियों को जानकारी भी देना है। खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी जानकारी के अनुसार पाकिस्तान ने अपने सभी लांच पैड को एक्टिव कर दिया है। जो कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब है। इसके लिए ठिकाने इस तरह चुने गए हैं कि हर लॉन्च पैड भारतीय सीमा से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर है। पाकिस्तान ने कश्मीर में घुसपैठ बढ़ाने के लिए ऐसा किया है।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक नक्शे के हिसाब से उनके पास भारत में घुसपैठ करने के कई रास्ते हैं। ये रास्ते भारतीय सेना की किसी भी गोलीबारी से बचने और उनको उलझाए रखने के लिए हैं। बताया जा रहा है कि फिलहाल सभी लॉन्च पैड प्रशिक्षित आतंकवादियों से भरे हुए हैं और सीधे पाकिस्तान की आईएसआई उनको कंट्रोल कर रही है। खुफिया सूत्रों ने कहा कि इन आतंकवादियों की घुसपैठ आईएसआई के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। पाकिस्तानी सेना बाद में इनके लिए ड्रोन के जरिये हथियारों को सीधे भारत में गिरा सकती है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक ये हथियार टारगेट किलिंग के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं। लश्कर और जैश जैसे आतंकी संगठनों के कई विदेशी आतंकवादी पहले से ही कश्मीर में मौजूद हैं।जिन्होंने ही हाल में सेना की एक ट्रक को अपना निशाना बनाया था।
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