नई दिल्ली। महाराष्ट्र के नेता संजय राउत ने कहा है कि भाजपा पार्टी शिवसेना की तरह ही एनसीपी को भी तोड़ना चाहती है। लेकिन उनकी चाल कामयाब नहीं होने वाली है। यह बयान तब आया है जब एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अजीत पवार ने बीजेपी में शामिल होने की अटकलों का खंडन किया है। चर्चा थी कि अजीत पवार कई विधायकों संग एनसीपी छोड़ बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं। अब जब अजीत पवार ने अटकलों को खारिज किया है तो विरोधी दलों को बीजेपी पर हमला बोलने का मौका मिल गया है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने कहा है कि हमने बीजेपी का नकाब उतार दिया। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी विपक्षी दलों को तोड़ने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। महाराष्ट्र, बिहार और पश्चिम बंगाल में एजेंसियों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है।
राउत ने कहा कि हम सभी लोग इस षड़यंत्र के खिलाफ लड़ने के तैयार हैं और डटकर लड़ेंगे। उन्होंने कहा था कि जिस तरह जांच और पुलिस की मदद से शिवसेना को तोड़ा गया था, उसी तरह से अब एनसीपी को तोड़ने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इसके दबाव में कुछ लोग पार्टी छोड़ सकते हैं। इससे पहले, महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम अजीत पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर सफाई पेश की। संजय राउत ने कहा कि मैं अपनी पार्टी और शरद पवार के लिए वफादार हूं। जो शरद पवार कहेंगे, मैं वो ही करूंगा। दरअसल, कुछ दिनों से चर्चाएं थी कि अजीत पवार एनसीपी के करीब 40 विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। हाल ही में अजीत पवार ने पीएम मोदी और उनके नेतृत्व की प्रशंसा भी की थी। इसके अलावा उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का भी समर्थन किया था।
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