बता दें कि प्रदेश के 60 कॉलेजों को मान्यता नहीं मिली थी। 2022-23 के सेशन में 60 कालेजों को मान्यता नहीं मिली है। उक्त सभी कॉलेज नर्सिंग काउंसिल के मापदंडों पर खरे नहीं उतरे थे। नर्सिंग काउंसिल की तरफ से नर्सिंग संस्थाओं को अंतिम मौका मिला है। सोमवार और मंगलवार को नर्सिंग कॉलेज संचालकों की सुनवाई होगी। मान्यता रद्द होने के बाद 60 कॉलेजों द्वारा अभ्यावेदन प्रस्तुत किए गए थे।