बरघाट में नाराज है अर्जुन से कार्यकर्ता तो केवलारी में दिख रहा रजनीश का जोर
राष्ट्रचंडिका, सिवनी। कांग्रेस लगातार स्थानीय मुद्दों से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर धरना प्रदर्शन के माध्यम से भाजपा पर वार कर रही है जिससे सारे कांग्रेसी भी शामिल हो रहे है लेकिन पार्टी आमजनों के बीच विश्वास बनाने में नाकाम साबित हो रही है क्योंकि आगामी विधानसभा को लेकर सिवनी विधानसभा में घमासान मचा हुआ है। सूत्रों की माने तो कमलनाथ की पहली पसंद आनंद पंजवानी को माना जा रहा है।
वही कांग्रेसियों को मानना है कि कुर्मी बागरी समाज से ब्रजेश बघेल भी इस दौड़ में शामिल है पूर्व प्रत्याशी मोहन सिंह चंदेल और कु. विमला वर्मा के परिवार से जुड़ी सुयोगिता सक्सेना भी प्रत्याशी हो सकती है, आनंद पंजवानी लगातार ग्रामीण अंचलों में लोगों के बीच अपना जनसंपर्क जारी रखे है वही बागरी समाज की पसंद लल्लू बघेल या राजा बघेल भी हो सकत है इस बार अल्पसंख्यक समाज से कोई दावेदारी नही कर रहा है। लबे समय से भाजपा सत्ता में रहने से मतदाता इस बार परिवर्तन चाहते है जिसको लेकर वर्तमान विधायक के खिलाफ माहौल बनना प्रारंभ हो गया है। आनंद पंजवानी की बेदाग छवि होने के कारण अब लोग उन्हें अपना आर्शीवाद भी प्रदान कर सकते है ग्रामीण अंचलों में कोई भी व्यक्ति कांग्रेस में नही जो दावेदारी ठोंके। वर्तमान अध्यक्ष राजकुमार खुराना के खिलाफ असंतोष को देखते हुए प्रथम बार संगठन मंत्री के पद पर पंकज शर्मा को दायित्व सौंपा गया है। लेकिन विधानसभा के लिए समय कम बचा है ऐसी स्थिति में पार्टी के नेताओं को आपसी मंथन कर इस संबंध में निर्णय लेने की आवश्यकता है।
बरघाट में कांग्रेस की स्थिति मजबूत नही कही जा सकती वही पार्टी के कार्यकर्ता भी नगर पंचायत चुनाव के दौरान अध्यक्ष पद की रणनीति से असंतुष्ट होने से अब उन्हें चुनाव में परेशानी हो सकती है।
केवलारी में ठा. रजनीश सिंह के प्रति उत्साह देखा जा रहा है अगर आदिवासी वोटर उनके पक्ष में हुए तो उनकी विजय तय है वर्तमान केवलारी विधायक मेहनत तो कर रहे है मगर जमीनी कार्यकर्ता उनसे नाराज है, ऐसी स्थिति में पूर्व विधायक रजनीश के पक्ष में माहौल नजर आ रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं को कांग्रेस को एक जुट करने के लिए कार्यक्रम बनाना चाहिए जिससे कांग्रेस दोबारा सत्ता में आ सके।