मणिपुर के कामजोंग जिले में भारत-म्यांमार सीमा के पास नंबाशी खुनाऊ गांव में एक मिल में 14 अप्रैल को भीषण आग लग गई। ग्रामीणों ने आग बुझाने का प्रयास किया। साथ ही शंगशक बटालियन के कसोंग पोस्ट से असम राइफल्स के जवानों ने भी आग बुझाने में स्थानीय लोगों की सहायता की।आग बुझाने का काम शुक्रवार सुबह 10 बजकर 30 मिनट से जारी है। इस बीच ग्रामीणों ने शंगशक बटालियन की कसोंग चौकी से संपर्क किया और नंबाशी खुनाऊ मील में लगी आग को बुझाने में मदद मांगी।
आग की सूचना मिलते ही असम राइफल्स के जवान अग्निशमन उपकरणों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और आग बुझाने में जुटे।अधिकारियों ने बयान में कहा कि असम राइफल्स और स्थानीय लोगों की मदद से भीषण आग पर काबू पा लिया गया है। बता दें कि अगर समय पर आग पर काबू नहीं पाया जाता तो इससे अधिक नुकसान हो सकता था। आग में किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। स्थानीय लोगों और असम राइफल्स के जवानों के सामूहिक प्रयासों से आग पर काबू पा लिया गया। घटना के बाद, स्थानीय लोगों ने असम राइफल्स के जवानों का आभार व्यक्त किया।
इसस पहले, पिछले साल मणिपुर के बिष्णुपुर में तीन से चार युवकों ने एक वैन में आग लगा दी थी। राज्य में तनावपूर्ण स्थिति पैदा होने के बाद राज्य सरकार ने पूरे राज्य में पांच दिन के लिए इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया था। हालत को काबू पाने के लिए प्रशासन ने अगले 2 महीने के लिए चुराचांदपुर और बिष्णुपुर जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई। मणिपुर सरकार ने कहा कि इस मामले ने राज्य में तनावपूर्ण सांप्रदायिक स्थिति और अस्थिर कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा कर दी। जिसे देखते हुए ये फैसला लिया गया।
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