कस्तूरबा गांधी स्कूल में वार्डन के 500 रुपए हुए गायब, दी छात्राओं को सज़ा

धालभूमगढ़: कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय धालभूमगढ़ की वार्डन पर छात्राओं को सुबह नौ बजे से एक बजे तक धूप में खड़ा रखने का आरोप लगा है। आरोप है कि महज कुछ रुपये गायब होने के बाद वार्डन ने छात्राओं को धूप में खड़ा करवाए रखा। अब मामला सामने आने के बाद परिजनों ने वार्डन पर कार्रवाई की मांग की है।

इस मामले में एक ज्ञापन स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष वैजनाथ सोरेन, पार्षद हेमंत मुंडा, विधायक प्रतिनिधि अर्जुन चंद्र हांसदा ने धालभूमगढ़ के बीडीओ को सौंपा है। ज्ञापन में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय धालभूमगढ़ के वार्डन रेखा दास पर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है।

प्रखंड विकास पदाधिकारी धालभूमगढ़ को स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष वैजनाथ सोरेन, पार्षद हेमंत मुंडा, विधायक प्रतिनिधि अर्जुन चंद्र हांसदा ने मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र की प्रतिलिपि विधायक घाटशिला, जिला परिषद अध्यक्ष पूर्वी सिंहभूम, जिला शिक्षा पदाधिकारी, थाना प्रभारी धालभूमगढ़ को सौंपी गई है।

मंगलवार को दोपहर वन विश्रामागार में विद्यालय के एसएमसी अध्यक्ष वैजनाथ सोरेन की अध्यक्षता में विद्यालय के एसएमसी सदस्यों और अभिभावकों की आपात बैठक हुई। जिसमें चर्चा हुई कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के अभिभावकों को दूसरे लोगों से जानकारी मिली कि वार्डन ने कक्षा छह से लेकर 11 तक की सभी छात्राओं को नौ अप्रैल से सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक भूखे-प्यासे धूप में खड़ा कर दिया गया। इस कारण कुछ छात्राएं बेहोश हो गई। इसकी जानकारी न तो अभिभावक को दी गई और न उच्च पदाधिकारी।

स्वास्थ्य विभाग तक को इसकी जानकारी नहीं दी गई। दस अप्रैल को जब स्कूल के अध्यक्ष वैजनाथ सोरेन, सदस्य इंद्रजीत मुर्मू और वनवासी सोरेन को जानकारी मिली तो वे शाम चार बजे स्कूल बच्चियों से जानकारी लेने पहुंचे। बच्चियां डरी और सहमी हुई थी।

छात्राओं का करवाया गया मेडिकल

अन्य छात्राओं ने बताया कि सभी छात्राओं को भूखे-प्यासे धूप से खड़ा किया गया। इसकी सूचना बीडीओ को दी गई। बीडीओ ने इस मामले में सभी सदस्यों के साथ बैठक की। अभिभावकों के कहने पर कुछ छात्राओं का देर रात स्वास्थ्य जांच करवाया गया।

वार्डन को हटाने की मांग

अध्यक्ष वैजनाथ सोरेन, इंद्रजीत मुर्मू, बनवासी सोरेन आदि ने बताया कि वार्डन रेखा दास ने करीब पांच सौ रुपये गायब होने को लेकर बच्चियों को धूप में खड़ा कर दिया। इसकी जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने वार्डन को हटाने की मांग की गई।

इस बारे में पार्षद हेमंत मुंडा एवं विधायक प्रतिनिधि अर्जुन चंद्र हांसदा का कहना है कि मामला संगीन है। वार्डन की कार्रवाई कहीं से उचित नहीं है। उसपर कार्रवाई होनी चाहिए।

बीडीओ सबिता टोपनो ने बताया कि एसएमसी और अभिभावकों द्वारा मांग पत्र सौंपा गया। मामले की जांच की जाएगी। वार्डन रेखा दास को आदेश दिया कि एसएमसी से सामंजस्य स्थापित कर कार्य करें। इधर वार्डन रेखा दास ने कहा कि मेरे उपर लगाए गए आरोप निराधार है। मैंने किसी को धूप में खड़ा नहीं किया।

 

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