रायपुर । छत्तीसगढ़ सरकार ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अपना मास्टर प्लान तैयार किया है। इसके तहत सड़क हादसे वाले स्थानों पर दुर्घटनाओं की असली वजह जानने के लिए सरकार अध्ययन कराने जा रही है। यहां विशेषज्ञों की देखरेख में पड़ताल और अध्ययन कार्य होगा। साथ ही इन स्थानों पर माकड्रिल के माध्यम से भी दुर्घटनाओं के कारणों का पता लगाया जाएगा ताकि नुकसान को रोका जा सके। दुर्घटनाओं में हो रही मौतों और बढ़ते आंकड़ों पर चिंता जताई गई है। सोमवार को मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने इसके लिए निर्देश दिए हैं। राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली। मुख्य सचिव जैन ने सड़क हादसों को रोकने के लिए सभी विभागों को समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
छत्तीसगढ़ में सड़क हादसे के स्थल का अध्ययन कराएगी सरकार
उन्होंने कहा है कि सड़क दुर्घटनाएं ना हो इसके लिए परिवहन विभाग और संबंधित सभी विभागों द्वारा समुचित समन्वित प्रयास जरूरी हैं। सड़क दुर्घटनाओं के कारणों को जानने के लिए घटनाओं का विश्लेषण किया जाना चाहिए। सड़क दुर्घटनाओं के नियंत्रण के उपाय, सड़क सुरक्षा जागरूकता और दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों में एम्बुलेंस पहुंचाने, माक ड्रिल और दुर्घटना से घायलों को समुचित उपचार सुनिश्चित करने का पूर्व अभ्यास किया जाना चाहिए, ताकि घटना होने पर तत्काल राहत पहुंचाई जा सके। बैठक में पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, सड़क सुरक्षा अंतरविभागीय लीड एजेंसी (सड़क सुरक्षा) के अधिकारी संजय शर्मा व अन्य अधिकारी मौजूद थे।
आइआरएडी में 50 प्रतिशत एंट्री पर नाराजगी
इटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटा बेस (आइआरएडी) के क्रियान्वयन के लिए 50 प्रतिशत एंट्री पर मुख्य सचिव ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि इस एप्लीकेशन में सड़क दुर्घटनाओं की 100 प्रतिशत एंट्री होनी चाहिए। इसके लिए परिवहन, स्वास्थ्य, लोक निर्माण विभाग सहित अन्य निर्माण विभागों तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए। इस विषय पर अधिकारियों ने बताया कि एप्लीकेशन में डेटा फीड करने के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है।
राज्य स्तरीय बैठक में यह जानकारी आई सामने
1. जिला स्तर पर सड़क सुरक्षा समिति की बैठक नियमित रूप से आयोजित हो।
2. वर्ष 2022 में माह जनवरी से दिसंबर तक राज्य की एक चौथाई दुर्घटनाएं रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर में घटित हुई हैं। इसके अलावा राजनांदगांव, रायगढ़, कोरबा और बलौदाबाजार में भी सड़क दुर्घटनाएं घटित हुई हैं।
3. वर्ष 2023 में माह जनवरी से मार्च 2023 तक घटित दुर्घटनाओं में सर्वाधिक दुर्घटनाएं बलौदाबाजार, धमतरी, मुंगेली, बालोद, कबीरधाम और जशपुर जिले में घटित हुई हैं।
4. दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों पर प्रकाश व्यवस्था, साइन बोर्ड एवं होडिर्ग्स और पार्किंग स्थलों में अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए।
5. प्रदेश के समस्त देशी-विदेशी मदिरा दुकानों के आस-पास जन जागरूकता संबंधी प्रेरक, फ्लैक्स लगाया जाए।
6. स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों में एंबुलेंस पहुंचाने और दुर्घटना के गोल्डन आवर में घायलों को समुचित उपचार सुनिश्चित के निर्देश।
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