जांजगीर के जिला जेल में सजायाफ्ता बंदी ने गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। 4 दिन पहले 5 अप्रैल को बंदी बनवारी कुमार कश्यप को कोर्ट ने नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के मामले में पाक्सो एक्ट के तहत 20 साल की सजा सुनाई थी। आज सुबह जेल में सजायाफ्ता बंदी की फांसी के फंदे में लटकता शव मिला। इसके बाद जेल में हड़कम्प मच गया है।
जांजगीर एसडीएम और तहसीलदार पहुंचे घटना स्थल
सूचना के बाद जांजगीर एसडीएम और तहसीलदार भी जेल पहुंचे थे और पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। मृत युवक के पास से सुसाइड नोट और लड़की की फ़ोटो भी मिली है। घटना की सूचना के बाद स्वजन भी पहुंच गए हैं और वे सदमे में हैं।स्वजन ने मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। ज्ञात हो कि 15 मार्च 2022 को नवागढ़ थाना क्षेत्र की नाबालिग लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी।
बंदी को बीस साल की हुई थी सजा
8 अप्रैल 2022 को लड़की के मिलने के बाद पुलिस ने बयान लिया था। और दुष्कर्म के आरोप में 15 मई 2022 को नवागढ़ पुलिस ने पामगढ़ थाना क्षेत्र के खैरा गांव के युवक बनवारी कुमार कश्यप को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था।
मामले की सुनवाई के बाद न्यायालय ने उसे हाल ही में बीस साल की सजा दी थी। इसके बाद उसने यह कदम उठाया। बहरहाल एसडीएम और पुलिस के अधिकारी जेल पहुंचे हैं और मामले की जांच की जा रही है।
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