नई दिल्ली । भारत संयुक्त राज्य अमेरिका से तीस करोड़ डॉलर के हथियार खरीदने जा रहा है। इसे अपने सैन्य हार्डवेयर सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया जा रहा है। भारत हेलफायर मिसाइल और मार्क 54 पनडुब्बी रोधी टॉरपीडो सहित अमेरिकी हथियार खरीदने के लिए जल्द ही संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ एक हथियार समझौते पर हस्ताक्षर करने जा रहा है। इन हथियारों को 24 एमएच-60 हेलीकॉप्टरों में लगाया जाएगा जो निकट भविष्य में पूरी तरह से नौसेना में शामिल होने जा रहे हैं। एमएच-60 रोमियो हेलिकॉप्टरों के लिए हथियार पैकेज खरीदने के प्रस्ताव को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है और सौदे पर जल्द हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। शीर्ष सरकारी अधिकारियों के सूत्रों से बताया गया है कि यह सौदा विदेशी सैन्य बिक्री मार्ग के तहत किया जाएगा।
बता दें कि हेलफायर मिसाइल मिसाइलों को एक पावरफुल एंटी शिपिंग हथियार है। इसकी मदद से टैंक और कमांड पोस्ट को असानी से टारगेट किया जा सकता है। इस मिसाइल के कई वैरिएंट्स हैं। टैंक और मोटी कॉन्क्रीट की दीवार में विस्फोट करने में सक्षम है। इस मिसाइल की बड़ी बात यह है कि यह हवा से हवा में भी वार कर सकती है। इसे पहले से ही भारतीय नौसेना के पी-8I पनडुब्बी रोधी युद्ध और निगरानी विमानों में शामिल किया गया है। भारत और अमेरिका ने 2020 में लॉकहीड मार्टिन से 24 एमएच-60 रोमियो हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए 16,000 करोड़ रुपये से अधिक के सौदे पर हस्ताक्षर किए हैं, जो प्रक्रिया को तेज करने के लिए सरकार से सरकार के सौदे में फास्ट-ट्रैक प्रक्रियाओं के तहत है।
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