कोलकाता । चाय बोर्ड का जरुरी बयान आया है,जिसमें छोटे चाय उत्पादकों को प्रोत्साहित किया गया है। चाय उद्योग की नियामकीय संस्था भारतीय चाय बोर्ड ने कहा है कि छोटे चाय उत्पादकों (एसटीजी) के उभरने से देश चाय उत्पादन बढ़ाने और घरेलू मांग के साथ निर्यात की जरूरतों को पूरा करने के मामले में आत्मनिर्भर बन गया है। चाय बोर्ड ने कहा कि एसटीजी ने स्थानीय आर्थिक स्थिति और लोगों की आजीविका में सुधार लाने में भी मदद की है। भारत सालाना लगभग 140 करोड़ किलोग्राम चाय का उत्पादन करता है, जिसमें से एसटीजी का योगदान 50 प्रतिशत से भी अधिक है। मूल्य के लिहाज से भारत से चाय का निर्यात करीब 80 करोड़ डॉलर का है। इसने वर्ष 2022 में लगभग 22 करोड़ किलोग्राम की मात्रा के साथ 15 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि हासिल की। देश अब चीन के बाद चाय का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है। चीन, केन्या और श्रीलंका के बाद भारत चाय का चौथा सबसे बड़ा निर्यातक देश भी है। चाय उद्योग सबसे बड़े नियोक्ताओं में भी शामिल है। चाय बोर्ड के अनुसार, एजेंसी ने खेती के रकबे, उत्पादन, उत्पादकता और घरेलू खपत के संदर्भ में उद्योग के विकास में मदद की है।
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