नरसिंहपुर के सौंदर्यीकरण कार्यों को किसकी लगी नजर?

करोड़ों खर्च के बाद बदहाल हुआ नरसिंह तालाब तो, 1साल व्यवस्थित नहीं चल पाया 80 लाख का प्लाजा
राष्ट्र चंडिका,नरसिंहपुर/अमर नौरिया- नगर सौन्दर्यकरण को लेकर न जाने किसकी नजर लगी है कि लाखों करोड़ों खर्च करने के बाद भी नगर सौन्दर्यकरण के नाम पर किये गये कार्य बदहाली के हालात में हैं, करोड़ो खर्च करने के बाद नगर का एकमात्र ऐतिहासिक नरसिंह तालाब अब अपने प्राकृतिक स्वरूप से अलग ही दिखाई देने लगा है तो, सुभाष वार्ड में निर्मित किया गया प्लाजा भी आमजनों को सौन्दर्यकरण के नाम पर ठगे जाने का अहसास करा रहा है । नरसिंहपुर नगरपालिका के अंतर्गत सुभाष वार्ड में 80 लाख रुपये की लागत से निर्मित किये गये प्लाजा के निर्माण और लोकार्पण को लेकर पूर्व से ही अनेक प्रकार की चर्चाएं चल रही थी गत 15 अगस्त 2022 को जिले के प्रभारी मंत्री कुंवर विजय शाह द्वारा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में शहर के नागरिकों को बेहतर प्राकृतिक वातावरण और सौंदर्यकरण कार्यों के निर्माण के साथ इसको लोकार्पण किया गया था । इस प्लाजा में लगाये गए फव्वारे एवं विद्युत व्यवस्था को लेकर भी लाखों रूपये खर्च किये जाने की बात सामने आई है । महत्वपूर्ण बात यह है कि यह लोकार्पण के 1 साल में अभी पूरे नहीं हुए हैं और इस प्लाजा का फव्वारा बंद पड़ा हुआ है बंद पड़े इस फव्वारा में गंदगी और शराब की बोतलें डाली हुई है क्षेत्रीय लोगों से जब यह पूछा कि यह फव्वारा कब से बंद पड़ा है तो वहां उपस्थित लोगों ने बताया कि काफी दिन हो गये तब से ही फब्बारा बंद पड़ा हुआ है उनके बताये अनुसार इस प्लाजा में साफ-सफाई भी समय-समय पर नहीं की जा रही है । गौरतलब है कि नगर पालिका प्रशासन नरसिंहपुर द्वारा 6. 11.2020 को एक प्रस्ताव के तहत स्पोर्ट स्टेडियम के पास प्लाजा निर्माण एवं विकास कार्य हेतु 37. 14 लाख रुपए से कार्य कराये जाने की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति तत्कालीन मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं तत्कालीन नगर पालिका प्रशासक द्वारा दी गई थी । इस कार्य की तकनीकी स्वीकृति प्राप्त कर ऑनलाइन निविदा आमंत्रित की गई थी । गौरतलब है कि 37.14 लाख की लागत से इसका प्राक्कलन तैयार किया गया था और प्रशासकीय सहित तकनीकी प्राप्त की गई थी किंतु उक्त निर्माण कार्य में मिली जानकारी के अनुसार 80 लाख रुपये खर्च किये गये हैं यह बात गत 15 अगस्त 2022 को जिला जनसम्पर्क नरसिंहपुर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से यह बात सामने आई थी । इस संबंध में तकनीकी स्वीकृति और प्राक्कलन राशि की स्वीकृति के बाद 80 लाख से अधिक की राशि किस कार्य हेतु खर्च की गई और उक्त कार्य का प्राक्कलन पूर्व से निर्धारित क्यों नहीं किया गया, इस कार्य हेतु किन-किन अधिकारियों की देखरेख में कार्य को निर्धारित राशि से अधिक खर्च कर निर्मित किया गया है, निर्माण कार्य के दौरान अन्य शर्तों का पालन किया गया है नहीं इसकी जांच कर अधिकारी व कर्मचारियों पर कार्रवाई करने हेतु संचालक संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग भोपाल को एक शिकायत प्रेषित की गई है जिस संबंध पर फिलहाल अभी तक क्या जांच हुई है यह जानकारी नहीं है । 80 लाख रुपये की लागत से निर्मित किया गया प्लाजा अपने लोकार्पण के कुछ समय बाद जिस तरह से अव्यवस्थित हुआ है उसको लेकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि आखिर इस प्लाजा निर्माण की जो उपलब्धता बताई गई थी वह वर्तमान में सब कुछ उपलब्ध नहीं है । वहीं सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इस कार्य को निर्धारित प्राक्कलन से अधिक की राशि से निर्माण किये जाने को लेकर नगर पालिका, गोटेगांव में पदस्थ एक इंजीनियर को नरसिंहपुर आकर इस निर्माण कार्य की देखरेख व कार्य कराये जाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी जबकि नरसिंहपुर नगरपालिका में भी उक्त कार्य को कराये जाने की योग्यता रखने वाले इंजीनियर थे ।
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