नई दिल्ली । देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढने से फिर आईसीसमआर की चिंताएं बढने लगी है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर ) ने बताया है कि देश में इस समय पांच वायरस एक साथ अटैक कर रहे है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन सभी वायरसों के लक्षण बेहद मिलते-जुलते हैं। किसी भी व्यक्ति में तीन या चार दिन से ज्यादा वक्त तक इसके लक्षण दिखते हैं तो डॉक्टर से सलाह अवश्य लेनी चाहिए। यहां यह बात गौरतलब है कि पिछले दिनों ही आईसीएमआर ने देशभर में फैले अपने 30 से ज्यादा केंद्रों पर संक्रमित मरीजों के नमूनों की जांच करवाई थी जिसमें कोरोना वायरस के साथ एच1एन1, एच3एन2 जैसे ए टाइप इन्फ्लूएंजा और बी टाइप इन्फ्लूएंजा यानी यामागाटा और विक्टोरिया वायरस फैलने की पुष्टि की जा चुकी है। आईसीएमआर के अनुसार देश में 30 अलग-अलग स्थानों पर सर्विलांस नेटवर्क के द्वारा मरीजों के नमूनों की जांच चल रही है. जिनमें 0.1 फीसदी नमूने संक्रमित पाए गए। वहीं 10 नमूनों में एच3एन2, 18 में विक्टोरिया वायरस की पुष्टि हुई हैI
हालांकि इन्फ्लूएंजा वायरस अब एंडेमिक का रूप ले चुका है, अर्थात हमेशा ही वातावरण में मौजूद रहता है। मानसून और सर्दियों में यह पीक पर रहता हैं। समय पर सही इलाज ही परेशानी से बचा सकता है। इन्फ्लूएंजा संक्रमण का जल्द पता चलते ही मरीज का जल्द ही इलाज किया जा सकता है। सामान्य लक्षणों में मरीज को तेज़ बुखार आना, ठंड लगना, गले में खराश, खासी, जुकाम, थकान और बदन दर्द शामिल है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.