चंडीगढ़ में गुरुवार को मौसम ने कई रंग दिखाए। सुबह और दोपहर तक तेज धूप रही लेकिन शाम होते-होते मौसम बदल गया और रात के समय झमाझम बारिश होने लगी। बारिश देर रात तक जारी रही, जिसकी वजह से रात का तापमान काफी कम दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी किया है कि शुक्रवार को भी शहर में बारिश हो सकती है। इस दौरान अधिकतम तापमान में पांच से छह डिग्री तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को शहर का अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से एक डिग्री ज्यादा रहा। न्यूनतम तापमान 17.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से दो डिग्री ज्यादा रहा। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को सुबह और दिन के समय में बादल छा सकते हैं और हल्की बारिश भी हो सकती है। इस दौरान शहर का अधिकतम तापमान 24 डिग्री और न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा सकता है।
एक अप्रैल को भी हो सकती है हल्की बारिश
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी किया है कि एक अप्रैल को भी शहर के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी हो सकती है। विभाग की तरफ से बताया गया है कि एक अप्रैल को बारिश होगी या नहीं, ये शुक्रवार को पूरी तरह से साफ हो पाएगा। हालांकि बादल छाने की पूरी संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम तापमान के 18 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
पंजाब में तीन अप्रैल तक बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक तीन अप्रैल तक पंजाब में तेज चमक व हवाओं के साथ बारिश होगी। 31 मार्च (शुक्रवार) को विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक शुक्रवार को बारिश के साथ पंजाब के ज्यादातर हिस्सों में ओलावृष्टि भी होगी। वहीं एक व तीन अप्रैल को येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के चंडीगढ़ केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह के मुताबिक एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ दो अप्रैल से उत्तर-पश्चिमी भारत को प्रभावित कर सकता है। इससे बारिश के कारण तापमान में एक बार फिर से कमी दर्ज की जाएगी। अगले तीन दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में 2 से चार डिग्री की गिरावट देखने को मिलेगी। पंजाब के अधिकतम तापमान में गुरुवार को बुधवार के मुकाबले 1 डिग्री की वृद्धि देखने को मिली। हालांकि, यह सामान्य के नजदीक रही। पंजाब में सबसे ज्यादा पटियाला का 33.3 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
पानी निकासी का प्रबंध कर लें किसान
खेतीबाड़ी व किसान भलाई विभाग ने एडवाइजरी जारी कहा कि किसानों को बारिश के पानी के निकासी का प्रबंध कर लेना चाहिए। खास तौर से जो फसलें पहले ही खेतों में बिछी पड़ी हैं, वह अब पानी में रहने से बिल्कुल ही खराब हो जाएंगी। गेहूं का दाना बदरंग पड़ जाएगा। मुख्य खेतीबाड़ी अधिकारी डॉ. हरिंदर सिंह ने कहा कि ज्यादा पानी खेतों में होने की सूरत में किसान जल निकास विभाग से भी संपर्क कर सकते हैं।
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