जबलपुर । ट्रेन में पैसे लेकर बिना टिकट यात्री को सफर कराने वालों पर लगाम लगाने के लिए रेलवे ने सभी टीटीई को टैब उपलब्ध कराए। इसके बावजूद ऐसे मामलों में कमी नहीं आई है। ऐसा ही एक मामला पश्चिम मध्य रेलवे जोन जबलपुर की विजलेंस टीम ने पकड़ा। मुंबई से जबलपुर होकर प्रयागराज जाने वाली दुरंतो एक्सप्रेस में विजलेंस के अधिकारियों ने औचक जांच की। इस दौरान ट्रेन के कंडेक्टर की पैसों की जांच करने पर उसके पास 890 रुपये अतिरिक्त मिले, जिसका वह हिसाब नहीं दे सका। ट्रेन में यात्रियों की टिकट जांच के दौरान विजलेंस को एक यात्री बिना टिकट मिला।
यात्री से पूछताछ की तो उसने विजलेंस अधिकारियों को बताया कि उसने ट्रेन के कंडेक्टर को फोन पे पर 1300 रुपये दिए, जिसके बाद उसने मुझे सीट दी। हालांकि इसकी कोई रसीद नहीं दी गई। यह सुनकर तत्काल विजलेंस ने कंडेक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। यात्री, मुंबई से जबलपुर की यात्रा कर रहा था। विजलेंस ने उसकी 2900 रुपये की रसीद बनाई। दरअसल मुंबई से प्रयागराज के बीच चलने वाली दुंरतो एक्सप्रेस में टिकट जांच दल की ड्यूटी नहीं बदलती। जो दल मुंबई से चलता है, वह प्रयागराज तक जाता है। इसी का फायदा उठाकर टिकट जांच दल द्वारा यात्रियों से सीट के नाम पर वसूली की जाती है। विजलेंस की ओर से यह कार्रवाई एसडीजीएम पंकज शर्मा के निर्देशन पर विजलेंस इंस्पेक्टर राजेंद्र रैकवार और संतोष मीना ने की।
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