नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में होंगे तथा तपेदिक पर वैश्विक सम्मेलन ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट’ को संबोधित करेंगे तथा टीबी-मुक्त पंचायत पहल का उद्घाटन करेंगे।इस सम्मेलन में 30 से अधिक देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय की बुधवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार श्री मोदी एक दिन के इस दौरे में वाराणसी में 1880 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन अथवा शिलान्यास करेंगे। सरकार का कहना है कि ये परियोजनाएं उस धार्मिक नगर के सौंदर्य में और वृद्धि करने के साथ-साथ वहां लोगों के जीवन को और सुविधाजनक बनाने वाली हैं।
इन परियोजनाओं में वाराणसी कैंट स्टेशन से शहर के भीड़ भाड़ वाले गोदौलिया क्षेत्र तक तक 3.75 किलोमीटर लंबी पैसेंजर रोपवे परियोजना भी है, जिसकी आधारशिला रखी जानी है। इस रोपवे के बनने से पर्यटकों, तीर्थयात्रियों और निवासियों को बड़ी सुविधा होगी। इस पर 645 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री अपराह्न करीब 10:30 बजे प्रधानमंत्री रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में वन वर्ल्ड टीबी समिट को संबोधित करेंगे और दोपहर करीब 12 बजे संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय मैदान में आयोजित कार्यक्रम में 1780 करोड़ रुपये की परियोजनाओं उद्घाटन अथवा शिलान्यस करेंगे।
क्षय रोग पर वैश्विक शिखर सम्मेलन स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय तथा स्टॉप टीबी पार्टनरशिप द्वारा आयोजित किया जा रहा है। वर्ष 2001 में स्थापित, स्टॉप टीबी पार्टनरशिप संयुक्त राष्ट्र द्वारा समर्थित संगठन है जो टीबी से प्रभावित लोगों, समुदायों और देशों की आवाज़ को बढ़ाता है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री टीबी-मुक्त पंचायत पहल सहित विभिन्न पहलों का शुभारंभ करेंगे इनमें संक्षिप्त टीबी निवारक उपचार (टीपीटी) की अखिल भारतीय स्तर पर आधिकारिक शुरुआत, टीबी के लिए परिवार केंद्रित देखभाल मॉडल और भारत की वार्षिक टीबी रिपोर्ट 2023 का जारी किया जाना शामिल है।
श्री मोदी इस कार्यक्रम में टीबी को समाप्त करने की दिशा में उनकी प्रगति के लिए चुनिंदा राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और जिलों को भी पुरस्कृत करेंगे। प्रधानमंत्री ने मार्च 2018 में, नयी दिल्ली में आयोजित एंड टीबी शिखर सम्मेलन के दौरान भारत में निर्धारित समय से पांच साल पहले, यानी 2025 तक टीबी से संबंधित स्वस्थ्य विकास के लक्ष्यों (एसडीजी लक्ष्यों ) को प्राप्त करने के लिए भारत का आह्वान किया था। वन वर्ल्ड टीबी समिट लक्ष्यों पर और विचार-विमर्श करने का अवसर प्रदान करेगा क्योंकि देश अपने टीबी उन्मूलन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए आगे बढ़ता है।
इस दौरे में प्रधानमंत्री नमामि गंगे योजना के तहत भगवानपुर में 5.5 करोड़ लीटर क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास करेंगे जो 300 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनेगा। श्री मोदी खेलो इंडिया योजना के तहत सिगरा स्टेडियम के पुनर्विकास कार्य के फेज 2 और 3 का शिलान्यास तथा हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा निर्मित सेवापुरी के इसरवर गांव में एलपीजी बॉटलिंग प्लांट की आधारशिला भी रखेंगे।
प्रधानमंत्री भरथरा गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित विभिन्न अन्य परियोजनाओं के साथ साथ चेंजिंग रूम के साथ फ्लोटिंग जेट्टी की आधारशिला रखेंगे ।श्री मोदी जल जीवन मिशन के तहत 19 पेयजल योजनाओं का उद़घाटन और 59 पेयजल योजनाओं का शिलान्यास करेंगे।
वाराणसी और उसके आसपास के फसल तथा सब्जी किसानों, निर्यातकों और व्यापारियों की सुविधा के लिए करखियांव में निर्मित एक एकीकृत पैक हाउस का भी उद्घाटन किया जाएगा।प्रधानमंत्री राजघाट और महमूरगंज सरकारी स्कूलों के पुनर्विकास कार्य सहित वाराणसी स्मार्ट सिटी मिशन के तहत विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे।
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