टोक्यो । 12 साल बाद जापान और द.कोरिया अपने संबंधों को सुधारने के रास्ते पर आगे बढ़ गए हैं। माना जा रहा है कि दोनों देशों को चीन और उ.कोरिया का डर सता रहा है, इसकारण अपनी मजबूती को बढ़ाने के लिए पक्की दोस्ती का वादा कर रहे हैं। जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक येओ ने शिखर सम्मेलन में मुलाकात की। दोनों ने अपने बिगड़े हुए संबंधों को फिर से जगाने का वादा किया।
द.कोरिया के राष्ट्रपति दो दिवसीय दौरा पर थे, इस दौरान दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग जैसे कुछ अहम एजेंडे पर बातचीत होनी थी। माना जा रहा है कि अमेरिकी दबाव में द.कोरिया अपने 12 साल से बिगड़े रिश्तों को जापान के साथ सही करना चाहता है। उत्तर कोरिया की ओर से बार-बार बैलिस्टिक मिसाइल दागने के वजह से यून ने जापान के साथ सैन्य खुफिया-साझाकरण समझौते को पूरी तरह से सामान्य बनाने के लिए अपना समर्थन भी घोषित किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यात्रा से कुछ ही घंटे पहले उत्तर कोरिया ने अपनी चौथी बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी. संयुक्त बयान में किशिदा ने कहा कि उ.कोरिया के परमाणु और मिसाइल खतरों के जवाब में जापान और दक्षिण कोरिया ने द्विपक्षीय सुरक्षा वार्ता फिर से शुरू करने का फैसला किया है। यून ने कहा, मेरा मानना है कि दोनों देशों को उत्तर कोरिया के परमाणु मिसाइल ट्रायल के लिए जवाब देने में सक्षम होना चाहिए।
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