नई दिल्ली । भारत पाकिस्ताव जैसे आतंकी मुल्क और धोखेबाजी में माहिर चीन जैसे शातिर पड़ोसियों से घिरा हुआ है। ऐसे में किसी भी नापाक हरकत का माकूल जवाब देने के लिए सेना को भी 24 घंटे सातों दिन अलर्ट मोड पर रहना पड़ता है। चीन-पाक से तनाव के बीच सेना प्रमुख मनोज पांडे ने दावा किया है कि भारतीय सेना की ऑपरेशनल तैयारी उच्च स्तर पर है। थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल एक परिवर्तनकारी चरण में है। भारतीय सेना अपनी परिचालन दक्षता में वृद्धि कर रही है। साथ ही पाकिस्तान और चीन से खतरे के प्रति जागरूक, उच्च स्तर की परिचालन तत्परता को भी कायम रखा हुआ है।
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने एक कार्यक्रम में कहा कि भारतीय सेना विशिष्ट प्रौद्योगिकी की क्षमता के साथ ही आधुनिकीकरण के लिए कई उपाय कर रही है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का रोल आउट युद्ध में गेम चेंजर हो सकता है। जनरल पांडेय ने कहा कि परिवर्तन, जिस तरह से हम इसे देखते हैं, वह हमें एक अधिक आधुनिक, अधिक चुस्त और अधिक युद्ध के लिए तैयार बल बनने में सक्षम बनाता है, ताकि हम भविष्य की सभी चुनौतियों का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए तैयार हो सकें। सेना प्रमुख ने कहा कि विशेष रूप से रक्षा निर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता या आत्मनिर्भरता के लिए सरकार का जोर एक सकारात्मक कदम है। सीओएएस मनोज पांडे ने कहा कि जब तक देश आत्मनिर्भर नहीं होंगे और उनके पास सुरक्षित आपूर्ति श्रृंखला नहीं होगी, उनके लिए सुरक्षा चिंताओं को दूर करना और भविष्य में आगे बढ़ना बहुत मुश्किल होगा।
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