सनातन धर्म में पेड़ पौधो को बेहद ही खास माना जाता है मान्यता है कि कुछ ऐसे पौधे व वृक्ष होते है जिनमें देवी देवताओं का वास होता है और लोग इनकी विधिवत पूजा भी करते है इन्हीं में से एक है पीपल का पेड़।पीपल के पेड़ को बेहद पवित्र और पूजनीय माना जाता है। लेकिन धार्मिक शास्त्रों में पीपल के पेड़ और उसकी पूजा को लेकर कुछ खास बातें बताई गई है, जिनका अगर पालन किया जाए तो लाभ मिलता है लेकिन अनदेखी करने वालों को कई परेशानियों व कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। तो आज हम आपको पीपल से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बता रहे है, तो आइए जानते है।
पीपल से जुड़े नियम-
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार भूलकर भी रविवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा नहीं करनी चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है मान्यता है कि रविवार के दिन अगर कोई पीपल की पूजा करता है तो उसके धन संकट का सामना करना पड़ सकता है और साथ ही साथ घर परिवार में रोग, क्लेश, शोक छा जाता है। मान्यता है कि पीपल के पेड़ पर माता लक्ष्मी और उनकी बहन दरिद्रा का वास होता है।ऐसे में अगर कोई रविवाह के दिन पीपल के पेड़ की पूजा आराधना करता है तो उसके घर और जीवन में दरिद्रा छा जाती है जिसके कारण व्यक्ति के पूरे परिवार को धन से जुड़ा संकट झेलना पड़ता है और जीवन में कई तरह की दिक्कतें आ जाती है ऐसे घर को माता लक्ष्मी छोड़ देती है और वहां दरिद्रा का वास हो जाता है।
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