ब्रेकिंग
कोई टॉप वकील, कोई इतिहासकार तो कोई रहा विदेश सचिव… कौन-कौन हैं राज्यसभा के लिए मनोनीत 4 सदस्य स्कूल में पढ़ाया-हमले में दोनों पैर गंवाए… जानें कौन हैं राज्यसभा के लिए मनोनीत होने वाले सदानंदन मा... भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की ISS से वापसी का काउंटडाउन शुरू, परिवार में खुशी की लहर, मात... पहाड़ या गुफा नहीं… कुएं के अंदर बना मंदिर, हर रोज होती है अनोखे ढंग से पूजा कांवड़ रूट के ढाबों पर QR कोड जरूरी वाले आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती, 15 जुलाई को होगी सुनवाई मैंने अपनी मर्जी से इस्लाम कबूला है… मुस्लिम लड़के से इश्क के बाद लड़की ने बनाया वीडियो, खोले ये राज आकर ठीक कर दू्ंगा… बांदा BJP विधायक ने SDM को को धमकाया, जानें क्यों भड़के MLA केस वापस लो… गर्भवती पत्नी नहीं मानी, गुस्से में पति ने उठाया चाकू और कर दिया हमला बिहारः SIR प्रक्रिया के तहत बड़ी संख्या में नेपाली और बांग्लादेशी लोगों के पास से मिले आधार, राशन और... बच्चे के सिर पर तानी पिस्टल, धमकाकर उतरवा लिए सारे गहने, फिर बैग छोड़कर हुए फरार
देश

जांच में शामिल होने के लिए मुंबई पहुंचे पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह, जानें इतने दिनों से कहां थे

मुंबई। पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह जांच में शामिल होने के लिए गुरुवार को मुंबई पहुंच गए हैं। एक अदालत ने वसूली मामले में उन्हें भगोड़ा घोषित किया हुआ है। यहां पहुंचने के बाद मीडिया से बात करते हुए सिंह ने कहा कि वे अदालत के निर्देश के अनुसार जांच में सहयोग करेंगे। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि वे चंडीगढ़ में थे।

बता दें कि परमबीर सिंह ने गिरफ्तारी से संरक्षण के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उन्हें राहत देते हुए जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया था। इससे पहले सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था कि पहले उन्हें बताना होगा कि वे कहां हैं उसके बाद ही याचिका पर सुनवाई की जाएगी। परमबीर सिंह काफी समय से गायब थे। वे आखिरी बार इस साल मई में अपने कार्यालय गए थे

मुंबई पुलिस ने हाल ही में मुंबई की एस्प्लेनेड कोर्ट में परमबीर सिंह को भगोड़ा अपराधी घोषित करने के लिए आवेदन दिया था। इसके बाद कोर्ट ने स्वीकार करते हुए परमबीर सिंह को भगोड़ा घोषित कर दिया था। पूरे मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने यह कहते हुए सिंह को फरार घोषित किए जाने का आग्रह किया था कि उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद भी उनका पता नहीं लगाया जा सका है।

Related Articles

Back to top button