ब्रेकिंग
जालंधर का मेयर आखिर है कौन... धीर या राजा ? महानगर को लेकर उठ रहा यह सवाल जालंधर कत्लकांड : चंद घंटों में पुलिस ने सुलझाया मामला, दो आरोपी गिरफ्तार, एक फरार राजा रघुवंशी केस में 2 सह आरोपियों को मिल चुकी जमानत, अब सबसे बड़ा सवाल… Sonam Raghuvanshi के लिए कौ... ग्वालियर में मासूम बेटे के सामने फांसी के फंदे पर झूली मां, सुसाइड नोट में लिखा- मेरे पापा नेता हैं.... इंदौर-देवास बायपास की बदहाली पर दायर याचिका पहली ही सुनवाई में निरस्त, High Court ने कहा... फ्रूटी निकाली और पूछा- थोड़ी-थोड़ी लोगे क्या… महानगरी एक्सप्रेस में जहरखुरानी, यूपी के यात्रियों का ... मध्यप्रदेश में श्रेष्ठ कॉटन है, दुबई के उद्योगपति मध्यप्रदेश आएं: मुख्यमंत्री मोहन यादव सभी के लिए खुले MP के दरवाजे, सीएम डॉ. यादव ने कहा- हर सेक्टरों में निवेशकों का स्वागत MP में अगले 24 घंटों के लिए अलर्ट! 17 जिलों में झमाझम बरसेगा पानी, जानिए भारी बारिश होने की वजह MP में एक और थप्पड़ कांड! भाजपा मंडल अध्यक्ष पर BEO को थप्पड़ मारने का आरोप, FIR की मांग
देश

छत्तीसगढ़ में अकाल की आहत, खेतों में दरारें, जलने लगे धान के पौधे

बिलासपुर। मानसून की बेस्र्खी का असर अब किसानों पर भारी पड़ने लगा है। बारिश न होने के कारण खेतों अब दरारें दिखने लगी है। उमस और भीषण गर्मी के कारण धान का पौधा मुरझाने के साथ जलने लगे हैं। किसानों का कहना है कि धान की बोआई के बाद पर्याप्त मात्रा में अब तक बारिश नहीं हो पाई है।

इसके चलते धान का पौधा बढ़ नहीं पा रहा है। अब एक और बड़ी परेशानी यह कि तेज उमस के कारण धान का पौधा मुरझाने लगा है। पौधों में लालिमा आने लगी है। किसानों का कहना है कि यह पौधों के जलने का संकेत है। अगर एक सप्ताह के भीतर अच्छी बारिश नहीं होती है तो धान के पौधे पूरी तरह जल जाएंगे।

तब खेत बंजर भूमि में तब्दील हो जाएगा । ऐसे में एक और अकाल की आशंका से किसान हताश और निराश नजर आने लगे हैं। किसानों का कहना है कि मानसून की बेस्र्खी के कारण खेती किसानी का काम एक माह पिछड़ गया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button