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बिहार

6 बार विधायक-रबड़ी कैबिनेट में मंत्री भी रहे… कौन हैं कांग्रेस के अशोक राम, जो JDU में हो रहे शामिल

बिहार की सियासत में आज रविवार को बड़ा बदलाव होने जा रहा है. इस बदलाव का बड़ा झटका राहुल गांधी की पार्टी कांग्रेस को लगने जा रहा है. लंबे समय से कांग्रेस में रहे कद्दावर नेता और पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक राम अब कांग्रेस छोड़कर जनता दल यूनाइटेड में शामिल होने जा रहे हैं. पूर्व मंत्री अशोक आज रविवार को सत्तारुढ़ जेडीयू में शामिल हो सकते हैं.

राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यहां पर भी दलबदल का खेल शुरू हो चुका है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस में हुए फेरबदल से नाराज अशोक राम ने अपनी नई पार्टी तलाश ली है. अशोक राम कांग्रेस में पार्टी का बड़ा दलित चेहरा थे. वह 6 बार विधायक रह चुके हैं. इसके अलावा विधानसभा में अशोक राम कांग्रेस विधायक दल के नेता भी रहे थे.

राबड़ी सरकार में रहे मंत्री

राहुल गांधी एक ओर जहां बिहार में दलित वोटरों को लुभाने की जुगत में लगे हैं तो वहीं उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक राम अब पार्टी छोड़ रहे हैं. कांग्रेस विधायक दल के नेता रहने के अलावा अशोक राम 6 बार बिहार विधानसभा के लिए चुने गए थे. वह साल 2000 में बनी राबड़ी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बने थे.

अशोक राम एक कद्दावर राजनीतिक परिवार से आते हैं, उनके पिता भी बिहार की राजनीति में सक्रिय रहे हैं. उनके पिता बालेश्वर राम साल 1952 से 1977 तक 7 बार विधायक चुने गए थे. वह केंद्र में मंत्री भी रहे. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कैबिनेट में राज्यमंत्री भी थे.

अपनी उपेक्षा से नाराज चल रहे अशोक राम

सियासी हलके में कहा जा रहा है कि पूर्व मंत्री और 6 बार के विधायक अशोक राम पार्टी में अपनी उपेक्षा से नाराज चल रहे थे. कृष्णा अल्लावरू के बिहार कांग्रेस प्रभारी बनाए जाने से वह खुश नहीं थे. इसके अलावा कुछ समय पहले बिहार का प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाए जाने से भी नाराज थे.

जिस बिरादरी से अशोक राम आते हैं, उसी बिरादरी से आने वाले राजेश राम को बिहार प्रदेश का कमान सौंप दिया गया. इसके अलावा पार्टी से जुड़े कार्यक्रमों में उन्हें अलग-थलग रखा जा रहा था. पार्टी के अंदर इस तरह से उनकी उपेक्षा की जा रही थी, उसे देखते हुए वह दूसरी पार्टी में संभावनाएं तलाशने लग गए थे.

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