ब्रेकिंग
एक मिशन, एक सिग्नल और 3 आतंकी… 98वें दिन बाद पहलगाम का बदला कच्चातीवू द्वीप, पीओके, अक्साई चीन, करतारपुर साहिब… पीएम मोदी ने चुन-चुनकर गिनाईं कांग्रेस की गलतिया... ट्रंप ने 29 बार सीजफायर का दावा किया, दम है तो पीएम मोदी बोल दें कि झूठ है: राहुल गांधी UP में सरकारी स्कूलों को बंद करने का मामला: सुप्रीम कोर्ट पहुंचे सांसद संजय सिंह, फैसले को दी चुनौती न बैंड-बाजा, न ही लग्जरी कार… नाव पर आए बाराती, नाव पर ही विदा हुई दुल्हन; बिहार में बाढ़ के बीच हुई ... शहरी स्वच्छता में छत्तीसगढ़ की लंबी छलांग, सर्वे में 115 शहरों ने सुधारी अपनी रैंकिंग ‘अनिरुद्धाचार्य को पागलखाने भेजकर रहूंगी’… हिंदू महासभा की नेता मीरा राठौर ने खोला मोर्चा, कहा- तब त... ‘4 इंजन’ के 4 बहाने, 10 मिनट की बारिश में दिल्ली बेहाल… BJP सरकार पर अरविंद केजरीवाल का निशाना 4 बच्चों की मां को पति ने बेचा, राशन कार्ड बनवाने के बहाने ले गया; पत्नी सहित 2 बच्चों की लगा दी बोल... ओंकारेश्वर बांध के 14 गेट खोले, निचले क्षेत्र में घाटों से दुकानों को हटाया
दिल्ली/NCR

DCP शशांक बने फरिश्ता… सड़क दुर्घटना में घायल 2 लोगों की बचाई जान

दिल्ली के डीसीपी शशांक जायसवाल ने एक बार फिर सड़क दुर्घटना में घायल हुए दो लोगों की जान बचाई. शशांक जायसवाल डीसीपी ट्रैफिक हैं. वो आईआईएम में लेक्चर देने के बाद दिल्ली वापस लौटे और देर रात तकरीबन तीन बजे अपने घर जा रहे थे. इसी दौरान उन्होंने वसंत कुंज के पास डंपर के एक्सीडेंट में दो लोगों को फंसे हुए देखा.

इसके बाद डीसीपी शशांक जायसवाल ने फौरन अपनी गाड़ी रुकवाई. फिर उन्होंने फंसे हुए लोगों को डंपर से खुद ही बाहर निकाला और वसंत कुंज में नजदीकी फोर्टिस अस्पताल पहुंचाया. दोनों घायलों की हालत काफी गंभीर थी. एक घायल की दाहिनी आंख बाहर आ गई थी. फोर्टिस अस्पताल से उन्हें एम्स ट्रॉमा सेंटर भर्ती कराया गया, जहां जान बचाने के लिए तुरंत उनकी सर्जरी शुरू की गई.

डीसीपी ने खुद की पीसीआर कॉल

इसके बाद डीसीपी शशांक जायसवाल ने खुद पीसीआर कॉल की. फिर सुबह तकरीबन 5:30 बजे तक पुलिस के आने तक वह अस्पताल में ही रहे और डॉक्टरों से लगातार ऑपरेशन को लेकर संपर्क किया. घायलों की पहचान जगदीश और दिनेश के तौर पर हुई, जो गाजीपुर के रहने वाले हैं और डंपर चलाते हैं. डॉक्टरों ने फिलहाल ऑपरेशन कर दिया है.

इससे पहले भी बचाई थी शख्स की जान

हालांकि दिलवालों की दिल्ली में अमूमन देखा गया है कि सड़क पर घायल पड़े शख्स की मदद करने कोई नहीं आता, लेकिन डीसीपी शशांक जायसवाल के साथ यह चौथा मामला है, जब उन्होंने अपनी गाड़ी रोककर घायलों की मदद की. फिर अपनी ही गाड़ी में घायलों को अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाई. इससे पहले भी सड़क दुर्घटना में घायल हुए शख्स की सीपीआर देकर शशांक जायसवाल ने जान बचाई थी. इस साहसिक कार्य के लिए उनकी काफी सराहना की गई थी.

Related Articles

Back to top button